अश्विन शुक्ल १२, कलियुग वर्ष ५११५
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विचारगोष्ठीमें सम्मिलित संत, हिंदुत्ववादी तथा मार्गदर्शन करते हुए श्री. चेतन जनार्दन |
हिंदू जनजागृति समितिका सहभाग !
भाग्यनगर : तिरुपतिमें निर्माणकार्य चल रहे हीरा अंतरराष्ट्रीय इस्लामिक विश्वविद्यालयके विरुद्ध भाग्यनगरमें तिरुमला तिरुपति सुरक्षा समितिद्वारा विचारगोष्ठीका आयोजन किया गया था । इसमें हिंदू जनजागृति समितिने भी सहभाग लिया ।
इस्लामिक विश्वविद्यालय हेतु धनकी आपूर्ति करनेवालेंको ढूंढो ! – श्री. टी एस. राव, निवृत्त पुलिस महासंचालक
हीरा ग्रुपके स्वामी नोवेरा शेख २० वर्षोंसे तिरुपतिमें मदरसा चला रहे हैं । इसमें १५० बच्चे शिक्षा ले रहे हैं । इन बच्चों हेतु शिक्षाकेंद्र निर्माण करना है, ऐसा कहकर उन्होंने २ तल्लेके भवनका निर्माणकार्य करनेकी अनुमति प्राप्त की थी; किंतु उन्होंने अवैध पद्धतिसे अधिक तल्लोंका निर्माणकार्य किया है । इस कारण उन्हें २०१२ के मई तथा अगस्तमें नोटिस भी भेजी गई थी, किंतु उन्होंने निर्माणकार्य आरंभ ही रखा । अब वहां ७ तल्लेकी अट्टालिका खडी है । राज्यप्रशासनने अभीतक विश्वविद्यालयको अनुमति नहीं दी है । किंतु वहां विश्वविद्यालयका फलक लगाया गया है । एक वर्ष पूर्व भाग्यनगरके सांसद अससुद्दीन ओवैसीने नोवेरा शेखके विरुद्ध, झूठा आस्थापन बनाकर लो़गोंको धोखा देनेके विषयमें अभियोग प्रविष्ट किया । किंतु शेखकी पूछताछ नहीं की गई । शेखको धनकी आपूर्ति कौन कर रहा है, इसकी जांच होनी चाहिए । यह जानकारी इकट्ठा करने हेतु हम प्रयत्नशील हैं ।
इस्लामिक विश्वविद्यालय द्वारा तिरुपति मंदिरको धोखा – श्री. भानुप्रकाश रेड्डी, भाजपा
चंद्रगिरी स्थित तिम्माप्पा मंदिर १५४२ में निर्माण किया गया था । १७२२ में हैदरअलीने आक्रमण कर मंदिरकी तोडफोड की । तबसे यह मंदिर जीर्णावस्थामें है । मंदिरसे केवल ५० फीटकी दूरीपर इस विश्वविद्यालयका निर्माणकार्य हो रहा है । यहांसे तिरुपति बालाजीका दर्शनकरने श्रद्धालु पैदल जाते हैं । यह मंदिर यहांसे केवल ७ कि.मी. पर है । इस विश्वविद्यालयके कारण मंदिरको धोखा उत्पन्न हो सकता है, अत: उसे रोकना आवश्यक है ।
विविध स्तरोंसे विरोध करें ! – श्री. चेतन जनार्दन, प्रवक्ता, आंध्रप्रदेश, हिंदू जनजागृति समिति
समितिने इस विषयपर इससे पूर्व राष्ट्रव्यापी आंदोलन आरंभ किया है । भाग्यनगरके जिलाधिकारीको आवेदन भी दिया गया है । तथा मुख्यमंत्री एवं राज्यपाल को भी आवेदन दे दिया गया है । इस अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्रके विरुद्ध हिंदुत्ववादी संगठन, अध्यात्मिक संस्था तथा तिरुपति आनेवाले श्रद्धालु, इन सबको संगठित होना चाहिए । हस्ताक्षर मुहीम, विश्वविद्यालयके विरुद्ध प्रमाण इकट्ठा करना, दैनिकोंमें इसके विरुद्ध लेख छपवाना, सांसदोंसे मिलकर आवेदन देना, तथा संतोंको इकट्ठा कर आंदोलन करना, इन पद्धतियोंसे विरोध दर्शाया जाना आवश्यक है । इस हेतु समिति पूर्णतया सम्मिलित होगी ।
इस विचारगोष्ठीमें भाग्यनगर गणेशोत्सव समितिके अध्यक्ष श्री. भगवंतराव पवार, सोशल केस संस्थाके अध्यक्ष श्रीहरि, निवृत्त न्यायमूर्ति श्री. पर्वतराव, निवृत्त पुलिस महासंचालक श्री. टी.एस. राव, नेताजी स्फूर्ति केन्द्रके संस्थापक डा. के.वी. सीतारामय्या, दर्शनम् पत्रिकाके मुख्य संपादक श्री. दर्शनम् शर्मा, भाजपाके भानुप्रकाश रेड्डी, हिंदू जनजागृति समितिके राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे तथा आंध्रप्रदेश राज्य प्रवक्ता श्री. चेतन जनार्दनने सहभाग लिया ।
२७ अक्तूबरको चित्तूर जिलेमें एक दिनके अधिवेशनका आयोजन
२७ अक्तूबरको चित्तूर जिलेमें एक दिनके अधिवेशनका आयोजन किया गया है । इस अधिवेशनमें इस्लामिक विश्वविद्यालयके विरुद्ध नवंबर माहमें किए जानेवाले आंदोलनका नियोजन किया जानेवाला है ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात