अश्विन पूर्णिमा, कलियुग वर्ष ५११५
फैजाबाद/लखनऊ : पांच कोसी और चौरासी कोसी परिक्रमा पर प्रतिबंध के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने विहिप की १८ अक्टूबर को आयोजित होने वाली संकल्प सभा पर भी रोक लगा दी है। पुलिस ने किसी भी तरह की अनहोनी की आशंका को टालने के लिए ४२ विहिप कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है।
विहिप के नेताओं का जमावड़ा न लगने पाए और बाहर से समर्थक अयोध्या न पहुंचने पाएं इसके लिए पुलिस ने अभियान चला दिया है। अयोध्या की विभिन्न धर्मशालाओं और ठिकानों से विहिप के ४२ कार्यकर्ताओं को बुधवार देर रात हिरासत में लिया गया है। ऐसी खबरें हैं कि १० विहिप नेताओं को गिरफ्तार भी किया गया है, लोकिन अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
फैजाबाद के जिलाधिकारी विपिन द्विवेदी ने गुरुवार को संवाददाताओं को बताया कि विहिप समर्थकों का अयोध्या में जमावड़ा न लगने पाए इसके लिए आज से फैजाबाद-अयोध्या की सीमाएं सील कर दी जाएंगी। संवेदनशील स्थानों पर बैरीकेटिंग की जाएगी। उन्होंने कहा कि हमने आसपास के जिलों के पुलिस-प्रशासन से निवेदन किया है कि संकल्प सभा में शामिल होने के लिए उनके जिलों से विहिप कार्यकर्ता और समर्थक अयोध्या न आने पाएं।
जहां प्रशासन ने संकल्प सभा को रोकने के लिए भारी सुरक्षा बलों की तैनाती से लेकर सारे इंतजाम किए हैं वहीं विहिप और बजरंग दल के नेताओं ने कहा है कि वे हर हाल में संकल्प सभा का आयोजन करेंगे। संकल्प सभा का आयोजन भी अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण की मांग को उठाने के लिए किया गया है। अब सरकार की रोक और सख्ती के बाद टकराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
राज्य के एडीजी आर.के.विश्वकर्मा ने कहा कि फैजाबाद जिला प्रशासन ने विहिप की इस संकल्प यात्रा को प्रतिबन्धित किया है। उन्होंने बताया कि 18 अक्टूबर को ही शरद पूर्णिमा पर अयोध्या में ५० हजार श्रद्धालुओं के स्नान करने की संभावना है।
स्त्रोत : झी न्यूज