आषाढ कृ २, कलियुग वर्ष ५११४
स्वतंत्रतावीर सावरकरको अभिप्रेत हिंदूराष्ट्र अस्तित्वमें लाने हेतु अधिवेशन- पू. विक्रम सावरकर
अधिवेशनसे पूर्व हुई पत्रकार परिषदका समाचार दैनिक ‘सनातन प्रभात’में पढा । अधिवेशनका नियोजन करनेके विषयमें हिंदू जनजागृति समिति एवं समाचार प्रसिद्ध करनेके लिए दैनिक ‘सनातन प्रभात’ का अभिनंदन एवं गौरव ! स्वतंत्रतावीर सावरकरके जीवनकालमें हिंदू महासभाका अधिवेशन होता था, वही हिंदुओंका अधिवेशन होता था । उसके पश्चात ऐसा अधिवेशन हुआ ही नहीं । अब हिंदु जनजागृति समितिद्वारा अत्यंत साहसी निर्णय लेकर सावरकरको अभिप्रेत हिंदू राष्ट्र अस्तित्वमें लाने हेतु इस अखिल भारतीयहिंदु अधिवेशनका आयोजन किया गया है । उसके लिए सहर्ष अभिमान प्रतीत होता है । सावरकरकी हिंदुत्वकी परिभाषा ध्यानमें रखते हुए अखंड हिंदुस्थान अर्थात हिंदुओंके साथ हिंदु, इसप्रकारका चित्र विश्वपटलपर पुनः दिखाई देनेकी अपेक्षा निर्माण हुई है । यह साहसी निर्णय लेनेके लिए समितिका पुनः पुनः अभिनंदन ! संपूर्ण कार्य एवं अधिवेशनके लिए शुभकामनाएं !
स्त्रोत – दैनिक सनातन प्रभात