कार्तिक कृष्ण १ , कलियुग वर्ष ५११५
इस तरह के बयान देकर पूर्वकालीन महिला एवं बालकल्याण मंत्री एवं अभी की कांग्रेस प्रवक्ता रेणुका चौधरी समाज में अनैतिकता फैलाने का प्रयास कर रही है । आज इसी अनैतिकता के कारण महिलाआें पर अत्याचार बढ रहे है एवं समाज विनाश की आेर जा रहा है । अब सभी नागरिकों को संगठित होकर अनैतिकता फैलाने का प्रयास करनेवाले कांग्रेस को सत्ता से दूर कर शीघ्रतासे ‘हिंदू राष्ट्र’ की स्थापना करने का प्रयास करना चाहिए । – संपादक
नई दिल्ली – बालिग लड़कियां सहमति से यौन संबंध बना सकती हैं और इसके लिए महिलाओं को कोर्ट के अनुमोदन की जरूरत नहीं है। कांग्रेस प्रवक्ता रेणुका चौधरी ने दिल्ली की एक अदालत के फैसले पर टिप्पणी करते हुए सह बात कही। कोर्ट ने कहा था, 'कुछ मामलों में सामने आया है कि पहले महिलाएं सहमति से संबंध बनाती हैं और बाद में इसे दुष्कर्म का नाम दे देती हैं।'
कोर्ट ने यह भी कहा था कि लड़कियों को सदाचार और सामाजिक आधार पर भी शादी से पहले संबंध स्थापित नहीं करने चाहिए। चौधरी के मुताबिक, इसमें कुछ हद तक सच्चाई भी हो सकती है कि पहले महिलाएं सहमति से संबंध बनाती हों और बाद में बदल जाती हों, लेकिन यह पूरी तरह से लागू होने वाला सच नहीं है। फिर भी मैं फैसले और जज की टिप्पणी पर कुछ नहीं कह सकती।
मैं सिर्फ इतना कह सकती हूं कि महिलाओं के सामने बड़ी चुनौती है। साथ ही, महिलाओं को सहमति से यौन संबंध बनाने का अधिकार है। हमें १८ वर्ष की आयु के बाद इसके लिए किसी की अनुमति की जरूरत नहीं है और न ही अदालत के फैसले या अनुमोदन की दरकार है।
स्त्रोत : जागरण