कार्तिक कृष्ण २, कलियुग वर्ष ५११५
वारकरियोंको बारबार चेतावनी देनेके लिए विवश करनेवाले निरपेक्षतावादी (अधर्मी) कांग्रेसी शासकोंको हटाएं !
पंढरपुर (महाराष्ट्र) : गोहत्या प्रतिबंध आंदोलनके प्रणेता ह.भ.प. बंडातात्या कराडकरने १७ अक्तूबरको चेतावनीदी है कि जबतक गोहत्या प्रतिबंध कानून क्रियान्वित नहीं किया जाता, तबतक किसी भी मंत्रीको श्री विट्ठल भगवानकी महापूजा नहीं करने देंगे। (गोहत्या प्रतिबंधित कानून होने हेतु तत्परतासे आवाज उठानेवाले ह.भ.प. बंडातात्या कराडकरकाअभिनंदन !-संपादक, दैनिक सनातन) अगले माहमें कार्तिक एकादशीकी शासकीय महापूजा उपमुख्यमंत्री अजीत पवारके करकमलोंसे होनेवाली है । इसलिए क्या इस चेतावनीपर उपमुख्यमंत्री ध्यान देंगे ? इस बातकी ओर सभीका ध्यान लगा हुआ है ।
ह.भ.प. बंडातात्या कराडकरने कहा,
१. ‘’वर्ष १९९५ में गोवंश हत्या प्रतिबंधित कानून दोनों सभागृहमें सम्मत हुआ । तदुपरांत उसको क्रियान्वित करने हेतुराष्ट्रपतिके पास भेजा जाता है; परंतु पिछले १८ वर्षोंमें सत्ताधारियोंके लिए यह संभव नहीं हुआ । इसके विपरीत कुछ शासक कानून क्रियान्वित न होने हेतु प्रयासरत हैं ।
२. हिंदुस्थानके १३ राज्योंमें गोहत्या प्रतिबंधित कानून लागू है; परंतु ज्ञानेश्वर-तुकाराम महाराजके राज्यमें गाय एवं बैलोंकी सदैव हत्या होती है । ये हत्याएं बंद होने हेतु वारकरियोंने पहल की है एवं इसके लिए न्यायतः लडाई आरम्भ है ।’’
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात