कार्तिक कृष्ण २ , कलियुग वर्ष ५११५
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लंडन – ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री जेरेमी हंट की इच्छा है कि बुजुर्गों की देखभाल के मामले में भारतीय उपमहाद्वीप की परंपरा को ब्रिटेन भी अपनाने का प्रयास करे। हंट उन आंकड़ों के मद्देनजर बोल रहे थे जिनके अनुसार, लोगों द्वारा बुजुर्ग रिश्तेदारों की जिम्मेदारी नहीं उठाए जाने के कारण १० लाख से ज्यादा बुजुर्ग अकेलेपन और बीमारी की हालत में जिन्दगी गुजार रहे हैं।
नार्थ यॉर्कशार में शुक्रवार को नेशनल चिल्ड्रंस एण्ड एडल्ट सर्विस सम्मेलन के दौरान एक उद्वेलित करने वाले भाषण में मंत्री ने कहा, उन (दक्षिण एशियाई) देशों में जब अकेले रहना संभव नहीं होता है तो घर में देखभाल किया जाना अंतिम नहीं बल्कि पहला विकल्प होता है।
उन्होंने कहा कि सामाजिक बंधन बहुत मजबूत हैं क्योंकि बच्चे देखते हैं कि कैसे उनके नाना-नानी, दादा-दादी की देखभाल की गई है। बूढ़े होने पर उनके साथ कैसा व्यवहार होगा इस संबंध में भी वे उच्चाकांक्षाएं विकसित कर लेते हैं।
हंट ने कहा कि यदि ब्रिटेन को बुजुर्ग होते समाज की चुनौती से निपटना है तो उसे दक्षिण एशियाई देशों से सीखना चाहिए और पीढियों के बीच सामाजिक बंधन को फिर से जागत और पुनर्जीवित करना चाहिए।
स्त्रोत : लाइव हिंदुस्तान