कार्तिक कृष्ण ४, कलियुग वर्ष ५११५
तिरुपतिमें हिंदू जनजागृति समितिद्वारा आयोजित पत्रकार परिषदके लिए अधिकांश संख्यामें उपस्थिति
पत्रकार परिषदमें वक्तव्य देते हुए श्री. चेतन जनार्दन तथा धर्माभिमानी |
तिरुपति (आंध्रप्रदेश) – हिंदू जनजागृति समितिके आंध्रप्रदेश समन्वयक श्री. चेतन जनार्दनने यह प्रतिपादन किया कि अंतिम सांसतक तिरुपतिमें इस्लामिक विश्वविद्यालय नहीं होने देंगे । तिरुपति प्रेस क्लबमें हिंदू जनजागृति समितिद्वारा आयोजित पत्रकार परिषदमें वे ऐसा कह रहे थे । श्री. चेतन जनार्दनने तिरुपतिमें इस्लामिक विश्वविद्यालयके निर्माणकार्यके निर्णयका विरोध करने हेतु हिंदू जनजागृति तथा अन्य समविचारी हिंदू संगठनोंद्वारा राष्ट्रीय स्तरपर निषेध व्यक्त करने हेतु आयोजित आंदोलनकी जानकारी दी ।
इस पत्रकार परिषदमें तिरुपतिके धर्माभिमानी श्री. अकुला कृष्णकिशोर, नागलापुरम्के श्रीकृष्ण सेवाश्रमके श्री. जयचंद्र हिंदू, कुर्नूलके दलित हिंदू परिषदके श्री. बाबूजी, धर्माभिमानी श्री. के. महेश, श्री. कडापा रामकृष्ण राव एवं वरसिद्धिविनायक आलायमके न्यासी सम्मिलित हुए थे । साथ ही हिंदू जनजागृति समितिद्वारा आयोजित जनपद स्तरके हिंदू अधिवेशनके लिए सहकार्य करनेवाले १५ धर्माभिमानी तथा समाचारपत्र एवं समाचारप्रणालके ४० प्रतिनिधि उपस्थित थे ।
श्री. जनार्दनने आगे बताया कि श्री. कृष्णा रेड्डीद्वारा दी गई श्रीविष्णु मंदिरके (वर्तमानमें भग्नावस्थामें होनेवाला मंदिर) ताम्रपटकी छायांकित प्रति उपलब्ध है । इस ताम्रपटका लेखन विख्यात इतिहास संशोधक कै. मानावल्ली रामकृष्ण कविद्वारा तिरुपति देवस्थानके जर्नलके भाग १, परिच्छेद १ में अगस्त १९३२ में प्रकाशित किया गया है । इस ताम्रपटानुसार यह स्थान विख्यात तेलगु संत अन्नामाचार्यने अर्पण किया था तथा उनकी चौथी पीढीके उत्तराधिकारीद्वारा इस स्थानपर मंदिरका निर्माण कार्य किया गया । यह स्थान हिरा इस्लामिक विश्वविद्यालय न्यासको धार्मिक अधिकारी व्यक्तिके साथ किसी भी प्रकारकी चर्चा किए बिना बेचा गया । इसका अर्थ यह है कि इस संदर्भमें आंध्रपदेश शासनने चुप रहनेकी भूमिका अपनाई है, इस बातसे यह स्पष्ट होता है कि इस विश्वविद्यालयके लिए शासनकी भी सम्मति है । इस पार्श्वभूमिपर तथा इस संदर्भमें हिंदुओंको संगठित करनेके लिए हिंदू जनजागृति समितिद्वारा तिरुपतिके विश्वम् प्रशालाके प्रांगणमें २७ अक्तूबरको जनपद स्तरपर हिंदू अधिवेशन आयोजित किया गया है । इस अधिवेशनमें तिरुपतिमें भविष्यमें होनेवाले इस्लामिक विश्वविद्यालयके संदर्भमें आगे आंदोलन निश्चित करने हेतु निर्णय लिया जाएगा ।
पत्रकार परिषदके समाचारसंकलन करनेवाले प्रसारमाध्यम
ई.टी.वी. तेलगु, साक्षी टी.वी., एन.टी.वी., टी.वी.एस. तेलगू, ए.बी.एन. टी.वी., सी.वी.आ टी.वी.r, १० टी.वीr.के प्रतिनिधियोंद्वारा श्री. चेतन जनार्दनकी प्रतिक्रिया ली गई । साथ ही इनाडु, साक्षी, आंध्राज्योति, आंध्राभूमि, आंध्राप्रभा, सूर्या, प्रजाशक्ति, डेक्कन क्रॉनिकल, द हिंदू, इंडियन एक्स्प्रेस आदि समाचारपत्रोंके प्रतिनिधि भी उपस्थित थे ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन पभात