कार्तिक कृष्ण ३ , कलियुग वर्ष ५११५
शंकराचार्य स्वामी जयेंद्र सरस्वतीको जानकारी प्रदान करते हुए श्रीमती उमा रविचंद्रन् |
आरानी (तामिलनाडु) – तिरुपतिमें इस्लामिक विश्वविद्यालयका निर्माणकार्य करने हेतु अनुमति देनेके निषेधार्थ २० अक्तूबरको आरानी (तामिलनाडु) में हिंदू जनजागृति समितिद्वारा आंदोलन किया गया । आंदोलनके पश्चात हिंदू जनजागृति समितिकी श्रीमती उमा रविचंद्रन् तथा अन्य कार्यकर्ताओने कांचीपुरम्में जाकर कांची कामकोटि पीठके शंकराचार्य स्वामी जयेंद्र सरस्वतीका दर्शन किया ।
उन्हें तिरुपतिमें श्रीविष्णु मंदिरके स्थानपर निर्माण किए जानेवाले इस्लामिक विश्वविद्यालयके रंगीन छायाचित्र दिखाए गए । तदुपरांत कार्यकर्ताओंने इसके निषेधार्थ हिंदू जनजागृति समितिद्वारा आयोजित आंदोलनकी जानकारी भी दी । शंकराचार्यजीने सुहास्य वचन एवं दोनों करोंसे कार्यकर्ताओंको आशीर्वाद दिए । गोवामें संपन्न हुए द्वितीय अखिल भारतीय हिंदू अधिवेशनकी संपूर्ण जानकारीवाली ध्वनिचित्र-चक्रिकाका पूरा संच शंकराचार्यको प्र्रदान किया गया । उससे पूर्व कार्यकर्ताओंने शंकराचार्यके उत्तराधिकारी स्वामी विजयेंद्र सरस्वतीके आशीर्वाद लिए । कार्यकर्ताओंने स्वामी विजयेंद्र सरस्वतीको आंदोलनके कारणोंकी जानकारी प्रदान की । स्वामीजीने विषय ज्ञात किया तथा हिंदू जनजागृति समितिद्वारा आयोजित कार्यकी प्रशंसा की । उन्होंने बताया कि इन आंदोलनोंके कारण ही जनजागृति होती है ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन पभात