कार्तिक कृष्ण ५ , कलियुग वर्ष ५११५
सोलापुर – प.पू. आसारामबापूंने अनेक साधकोंको व्यसनमुक्त किया । अनेक व्याधियोंपर प.पू. बापूंने आयुर्वेदिक दवाईयां बजारमें लार्इं । अत: बहुराष्ट्रीय आस्थापन तथा देशके आस्थापनोंका मदिरा, तमाखू, सिगारेट इन वस्तुओंके विक्रयमें हानि हो रही है । इसी कारणसे ही बहुराष्ट्रीय आस्थापनोंद्वारा प.पू. बापूंकी अपकीर्ति करने हेतु उनपर निराधार आरोप लगानेका षड्यंत्र बहुराष्ट्रीय आस्थापनों द्वारा रचा गया है तथा उसमें ९ वृत्तवाहिनियां सम्मिलित हैं, ऐसा आरोप ज्येष्ठ वार्ताकार श्री. अरुण रामतीर्थकरने यहां एक वार्ताकार परिषदमें ऐसा आरोप लगाया । इस अवसरपर प.पू. आसारामबापू सेवा मंडलके सर्वश्री रमेश कुलकर्णी, सदाशिव बेडगे, आकाश शिरते, दादासाहेब माने, तथा कांता पाटिल, शर्मिला सचदेव आदि उपास्थित थे ।
श्री. रामतीर्थकरने आगे कहा, प.पू. बापूंको प्रतिभू संम्मत न हो; इस हेतु ‘पोक्सा’ अधिनियमके अंतर्गत कार्यवाही की गई है । प.पू. बापूंनेद्वारा छात्राओंके साथ बलात्कार करनेकी घटना एफ्फ.आइ.आर. में नहीं लिखी गई है । आरोपमें केवल छेडछाड करनेका परिवाद है । इस घटनामें आरोप करने हेतु कोट्यावधि रुपए दिए जानेकी संभावना है । जोधपूपुरमें घटी घटनापर ५ दिन पश्चात देहलीमें अपराध प्रविष्टष्ट किया गया । जब घटना घट रही थी, तब लडकी बिलकुल नहीं चिल्लाई, तथा अगले ५ दिन मौन रही । अत: संदेह उत्पन्न होता है । पैसा देकर परिवाद देनेपर बाध्य किया है, ऐसा लगता है । प.पू. बापूंके पूर्वाश्रमीके सेवक भोलानंदका आचरण ठीक न होनेसे उन्हें आश्रमसे निकाल दिया गया था । इसी भोलानंदने प.पू. बापूके जम्मू स्तिथ आश्रममें तीन लडकोंके मृतदेह दफन किए जानेकी बात वृत्तवाहिनियोंके सामने कही थी । पुलिस अन्वेषणमें आरोप सिद्ध नहीं हुआ । कोई भी प्रमाण न होते हुए भी आरोप कर प.पू. बापूंकी अपकीर्ति की जा रही है ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात