आषाढ कृ. ३/४, कलियुग वर्ष ५११४
‘हिंदु जनजागृति समिति’द्वारा ‘हिंदु राष्ट्रकी स्थापना करने हेतु अखिल भारतीय हिंदु अधिवेशन’का आयोजन किया गया है । इस अधिवेशनमें समितिने विविध हिंदुत्ववादी संगठनोंको आंमत्रित किया है । कुछ संगठन धर्मरक्षा हेतु अवैध मार्गसे आक्रामक कृत्य करते हैं । यदि अधिवेशनमें उपस्थित संगठनोंमें किसीने इस प्रकारका आक्रामक कृत्य किया, तो भविष्यमें उसका विपरीत परिणाम अधिवेशनके आयोजक अर्र्थात ‘हिंदु जनजागृति समिति’पर हो सकता है, ऐसी संभावना कुछ लोगोंने व्यक्त की है । वे यह बात ध्यानमें रखें , ‘हिंदु जनजागृति समिति’के सभी कार्य वैध मार्गसे चल रहे हैं, साथ ही हिंदु अधिवेशनमें धर्मरक्षाके वैध कृत्योंकी ही चर्चा होगी ।
स्त्रोत – दैनिक सनातन प्रभात