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स्वामीनारायण संप्रदाय के प्रमुख स्वामी पर यौन शोषण का आरोप

कार्तिक कृष्ण ६, कलियुग वर्ष ५११५ 


अहमदाबाद : प.पू. आसारामबापूंके बाद गुजरात के सबसे बड़े स्वामीनारायण संप्रदाय के प्रमुख स्वामी समेत कुछ साधुओं पर यौन शौषण का आरोप लगा है। संप्रदाय के ही दो साधुओं ने यह आरोप लगाया है कि वे बचपन से यहां रह रहे थे, जहां बड़े साधु उनके साथ अप्राकृतिक यौन संबंध बनाते थे।

अहमदाबाद व वडोदरा के दो साधु प्रियदर्शन व निष्काम सेवादार ने अहमदाबाद पुलिस कंट्रोल रूम में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में कहा गया है कि वे १५ साल की उम्र से बोचासन वासी स्वामीनारायण संप्रदाय के स्वामीनारायण मंदिर में रह रहे थे। यहां प्रमुख स्वामी महाराज व अन्य चार साधु उनका यौन शौषण किया करते थे। विरोध करने पर प्रियदर्शन को भद्र गांव के आश्रम भेज दिया गया तथा नारायण मुनि नामक साधु ने उन्हें जान का जोखिम बताकर जल्द आश्रम छोड़कर भाग जाने को कहा। जबकि निष्काम सेवादार को दुबई भेज दिया गया। वहां उसका वीजा व पासपोर्ट छीन लिया गया। जैसे-तैसे वह गुजरात वापस पहुंच। अधिवक्ता बी एम मंगुकियाके साथ दोनों ने कल पहले शाहीबाग व मधुपुर पुलिस थाने में रिपोर्ट करनी चाही पर पुलिस ने इन्कार कर दिया। इसके बाद इन्होंने अहमदाबाद पुलिस कंट्रोल रूम में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत दर्ज होते ही पुलिस उपायुक्त महेश नायक पहुंचे और मामले की जानकारी ली।

उधर, संस्था ने तमाम आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि स्वामीनारायण संस्था को बदनाम करने के लिए यह शिकायत की जा रही है। बोचासन वासी संप्रदाय ने कहा है कि इन दोनों साधुओं को संप्रदाय से निकाल दिया था इसलिए शिकायत की है।

गौरतलब है कि इससे पहले भी स्वामीनारायण संप्रदाय के कई साधुओं पर यौन शोषण का आरोप लग चुका है।

स्वामीनारायण संप्रदाय संस्था के नीति-नियम के खिलाफ काम करने के कारण प्रियदर्शन व निष्काम सेवादार को निकल गया था। स्वामीनारायण संप्रदाय को बदनाम करने के लिए ही कुछ संत और लोग आरोप लगा रहे है, जो सत्य और तथ्य से परे है। 
– हरीश दवे, महासचिव, बोचासन वासी स्वामीनारायण संप्रदाय

स्त्रोत : जागरण

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