कार्तिक कृष्ण ७ , कलियुग वर्ष ५११५
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मदुराईमें (तामिलनाडू) इस्लामिक विश्वविद्यालयके विरोधमें प्रदर्शनकारी
मदुराई (तामिलनाडू) : हिंदू जनजागृति समितिद्वारा यहांके संत थिरुवेल्लूरकी प्रतिमाके पास तिरुपतिके इस्लामिक विश्वविद्यालयके विरुद्ध आयोजित प्रदर्शनके अवसरपर बोलते हुए समितिके श्री. विनायक शानभागने प्रतिपादित किया कि तिरुपति अथवा देशके अन्य किसी भी स्थानपर बाबर अथवा औरंगजेबद्वारा किया गया हिंदुओंके आस्थास्रोतोंके नाशकी पुनरावृत्ति नहीं होने देंगे । भारत हिंदू राष्ट्र है । उसे इस्लामी राष्ट्र करनेका प्रयास सफल नहीं होने देंगे । प्रदर्शनमें ३५ धर्माभिमानी सम्मिलित हुए थे । प्रदर्शनके उपरांत मदुराईके जनपदाधिकारी एल. सुब्रह्मण्यम्को निवेदन दिया गया ।
इस्लामिक विश्वविद्यालयके लिए अनुमति क्यों दी गई ? – श्री. अधिशेषन, माजी राज्यसचिव, अभाविप
केंद्र एवं राज्य सरकारद्वारा संपूर्ण कानूनी पक्ष एवं यहांकी संस्कृतिका विचार किए बिना इस्लामिक विश्वविद्यालयके लिए अनुमति कैसे दी गई ? क्या आंध्रप्रदेशकी सरकार भूल गई कि तिरुपतिमें भूतपूर्व मुख्यमंत्री सैम्युअल राजशेखर रेड्डीको ऐसे ही हिंदूद्वेषी कृत्योंके कारण हिंदुओंने पाठ पढाया था ? मदुराईके नागरिक प्रश्न उपस्थित कर रहे हैं कि तिरुपति एक हिंदुओंका धर्मक्षेत्र/तीर्थक्षेत्र है । ऐसी स्थितिमें आंध्रप्रदेश सरकारने इस्लामिक विश्वविद्यालयके लिए अनुमति कैसे दी ? इस कारण आज धर्माभिमानी हिंदू यहां प्रदर्शन करने हेतु संगठित/बाध्य हुए हैं । समितिद्वारा आयोजित प्रदर्शनमें विविध १२ हिंदू संगठनोंके पदाधिकारी सम्मिलित हुए हैं ।
प्रदर्शनमें सम्मिलित मान्यवर
श्री. पार्थसारखी, हिंदू युथ फेडरेशन; श्री. सेंथील, अभाविप; श्री. सोलायकन्नन, हिंदू मक्कल कत्छी (हिंदु जनता पक्ष); श्री. मुट्टुराज, मक्कल मुन्नेत्र कत्छी (जनता विकास पक्ष); श्री. अन्नादुराई, हिंदू महासभा; अधिवक्ता सुंदरावडीवेल, हिदू मंदिर रक्षा समिति; श्री. प्रभु, हिंदू मुन्नानी (हिंदुओंके लिए अग्रेसर); श्री. वीरामणि, भारत सेना; श्री. कालिदास, हिंदू विकास कमिशन; श्रीमती कृष्णवेनी, सनातन संस्था, साथ ही रा.स्व. संघ, भाजप तथा हिंदू मुन्नावर संघ (हिंदू विद्यार्थी संघ) के पदाधिकारी सम्मिलित हुए थे ।
क्षणिकाएं
१. हिंदूनिष्ठ संगठनोंके पदाधिकारी एवं पुलिसने हिंदू जनजागृति समितिके कार्यकर्ताओंको कहा कि मदुराईमें प्रथम बार ही इतनी भारी संख्यामें विविध हिंदू संगठनोंके पदाधिकारी एवं हिंदू एकत्रित आकर आंदोलन कर रहे हैं ।
२. हिंदूनिष्ठ संगठनोंके पदाधिकारियोंने कहा कि वे समितिके साथ तिरुपतिमें जाकर इस्लामिक विश्वविद्यालयके विरुद्ध कृत्य करनेके लिए सिद्ध हैं ।
३. केवल २४ घंटोंमें इस प्रदर्शनीका आयोजन कर सभी हिंदूनिष्ठोंको दूरभाषपर संपर्क कर उसकी जानकारी दी गई । तो भी इस प्रदर्शनके लिए प्रचुर संख्यामें हिंदूनिष्ठ उपस्थित थे ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात