कार्तिक कृष्ण ९ , कलियुग वर्ष ५११५
तिरुपतिमें इस्लामिक विश्वविद्यालयके विरुद्ध निदर्शन !
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तिरुपति (आंध्रप्रदेश) : तिरुपतिमें निर्माण हो रहे इस्लाामिक विश्वविद्यालयके विरुद्ध देशभरमें अनेक स्थानोंपर हो रहे आंदोलनोंको कुछ भी प्रतिक्रिया न देनेवाले केंद्र एवं राज्यप्रशासन क्या सो रहे हैं ? क्या हिंदुओंकी धार्मिक भावनाओंका मूल्य कुछ भी नहीं ?, हिंदू जनजागृति समितिके आंध्रप्रदेश राज्य समन्वयक श्री चेतन जनार्दनने ऐसा संतप्त प्रश्न किया । हिंदुत्ववादी संगठनोंकी ओरसे २६ अक्तूबरको तिरुपति नगर नियोजन मंडल कार्यालयके बाहर निदर्शन किए गए , वे उस अवसरपर ऐसा बोल रहे थे । मंडल यदि यह कार्य नहीं रोकता, तो संपूर्ण देशमें बडा आंदोलन किया जाएगा । तथा नवंबरमें तिरुपतिमें सहस्रों हिंदू आंदोलन करेंगे, श्री चेतन जनार्दनने ऐसी चेतावनी दी । तदुपरांत मंडलके सचिवको आवेदन दिया गया । अवैध पद्धतिसे निर्माणकार्य हो रहे इस्लामिक विश्वविद्यालयकी ओर नगर नियोजन मंडल जानबूझकर अनदेखा कर रहा है, इस अवसरपर हिंदुत्ववादियों द्वारा ऐसा ही अरोप लगाया गया ।
निर्माणकार्यपर कार्यवाही न करनेवाले अधिकारियोंको निलंबित करें, श्रीकृष्ण चैतन्य आश्रमके श्री. जयचंद्र राजूने ऐसी मांग की । भारतीय जनता युवा मोर्चाके राष्ट्रीय समन्वयक श्री. महिपाल रेड्डीने कहा, `यदि कोई सामान्य नागरिक अवैध निर्माणकार्य करता है, तो तिरुपति नगर नियोजन मंडल त्वरित कार्यवाही करता है; किंतु यहां ७ तल्लेकी अट्टालिका ७ वर्ष पूर्वसे अवैध पद्धतिसे बन रही है, उसपर कोई कार्यवाही नहीं होती । क्या यही धर्मनिरपेक्षता है ? ’
इस अवसरपर सामाजिक कार्यकर्ता श्री. अकुला कृष्णकिशोर, श्री.मुरली के., धर्माभिमानी श्री, नंदमुनि तथा अन्य हिंदुत्ववादी उपस्थित थे ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात