कार्तिक कृष्ण १० , कलियुग वर्ष ५११५
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नई दिल्ली : भारत ने २६/११ मुंबई हमले से संबंधित ६०० पन्नों के पांच अहम सुबूत पाकिस्तान को सौंपते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। भारत इससे पहले भी कई बार पाक को सुबूत सौंप चुका है, लेकिन पड़ोसी देश आरोपियों पर कार्रवाई में लगातार ना-नुकुर कर रहा है। मुंबई हमले में लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी जकी-उर-रहमान और हाफिज सईद भी आरोपी हैं।
भारत की ओर से सौंपे गए सुबूतों में मुंबई हमले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले की कॉपी, मारे गए नौ आतंकियों का पोस्टमार्टम करने वाले दो डाक्टरों व मामले की पड़ताल करने वाले मुख्य जांच अधिकारी के बयान और प्रत्यक्षदर्शियों को जारी किए गए समन शामिल हैं। मुंबई हमले की सुनवाई को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से जवाब तलब किए जाने के बाद भारत का यह ताजा बयान इसलिए भी अहम हो जाता है क्योंकि पाकिस्तान के रावलपिंडी की आतंकवाद रोधी अदालत इस मामले की सुनवाई सुबूतों का रोना रोते हुए कई बार टाल चुकी है।
सूत्रों ने बताया कि दो अन्य सुबूतों में पिछले माह मुंबई का दौरा करने वाले पाकिस्तान न्यायिक आयोग की अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत में कार्यवाही की कॉपी और अदालत में पाकिस्तान के वरिष्ठ सरकारी वकील द्वारा आतंकियों से बरामद हथियार पेश करने के लिए दिया गया आवेदन शामिल हैं।
गौरतलब है कि एक दिन पहले ही भारत ने कहा था कि मुंबई हमले के ९९ फीसद से ज्यादा सुबूत पाकिस्तान के पास मौजूद हैं क्योंकि हमले की साजिश ही वहीं रची गई और हमलावरों को प्रशिक्षण भी वहीं दिया गया। भारत की ओर से यह कड़ी प्रतिक्रिया पाकिस्तान द्वारा हमले के और सुबूत मांगे जाने के बाद आई थी।
स्त्रोत : जागरण