कार्तिक कृष्ण १२, कलियुग वर्ष ५११५
हिंदुओंका धर्मांतर करनेका ईसाईयोंका षड्यंत्र निरस्त करनेवाली श्रीराम सेना तथा हिंदुत्ववादियोंका अभिनंदन !
बेलगांव : २७ अक्तूबरको गोवावेस स्थित कार्र्पोेरेशन काम्प्लेक्स में चलनेवाली प्रार्थनासभा श्रीराम सेना एवं हिंदुत्ववादियोंने बंद करायी । तेलगू मादिगार समाजकी ओरसे हर रविवार प्रार्थनासभाका आयोजन किया जाता था । हिंदुत्ववादी संगठनोंने प्रार्थनासभाके नामपर धर्मांतर जैसी घटना घटनेका आरोप लगाया था । अत: प्रार्थनासभाके समय किसी प्रकारकी गडबडी न हो, इस दक्षता हेतु पुलिसने प्रार्थनासभा आयोजित करनेवाले कार्यालयसे लोगोंको बाहर निकालकर कार्यालयपर ताला लगाया ।
२० अक्तूबरको यहांके कलामंदिरमें ‘न्यू लाईफ फेलोशिप चर्च’ की ओरसे आयोजित प्रार्थनासभामें धर्मांतर किए जानेकी संभावना दर्शाकर हिंदुत्ववादियोंने प्रार्थनासभा बंद करायी थी । यह घटना अभी घटी ही थी कि पुन: ईसाईयोंद्वारा प्रार्थनासभा आयोजित करनेकी दूसरी घटना सामने आई है । प्रार्थनासभाके माध्यमसे धर्मांतर किया जा रहा है तथा ईसाई पंथ ही सबकी समस्या सुलझा सकता है, ऐसा पाठ पढाया जाता है, कई दिनोंसे हिंदुत्ववादियोंद्वारा ऐसा आरोप लगाया जा रहा था । हिंदुत्ववादी संगठनोंद्वारा प्रार्थनासभाके विषयमें आपत्ति उठाकर प्रार्थनासभा बंद करनेकी मांग की गर्ई थी ।
अनुमति न लेते हुए प्रार्थनासभा !
तेलगू मादिगार समाजद्वारा ख्रिस्ताब्द २००७ में प्रार्थनासभा हेतु अनुमति ली थी; किंतु अनुमतिकी कालावधि समाप्त हो गई है । वर्तमानमें यहां बिना अनुमति प्रार्थनासभा आयोजित किए जानेकी बात सामने आई है । तिलकवाडी पुलिसने इस विषयमें आयोजकोंको बुलाकर अधिक जानकारी ली है । ( हिंदुओंद्वारा अनुमति लेकर भी सभा आयोजित की, तो भी उसमें बाधा डालनेवाली पुलिस ऐसी अवैध पद्धतिसे प्रार्थनासभा आयोजित करनेवाले ईसाई पादरियोंपर क्या कार्यवाही करनेवाली है ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
पुलिस तथा आयोजकोंमें वाद-विवाद
प्रार्थनासभाके समय पुलिस तथा प्रार्थनासभा हेतु उपस्थित लोगोंमें वाद-विवाद हुआ । आयोजकोंने सभास्थानपर किसी प्रकारका अपप्रकार न होनेका दावा किया ; किंतु अबसे आगे प्रार्थनासभा आयोजित न करें, अन्यथा ऐसी घटना बंद की जाएगी, हिंदुत्ववादी संगठनोंने ऐसी चेतावनी दी है ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात