माघ कृष्ण पक्ष सप्तमी, कलियुग वर्ष ५११६
नई दिल्ली – पूरी दुनिया ने फ्रांस के आतंकी हमले की तस्वीरें देखीं हैं। फ्रांस वो देश था जो आतंक के साए से बिल्कुल अछूता था। लेकिन भारत वो देश है जो कई बार आतंक का शिकार बन चुका है। और खतरा अभी भी टला नहीं है क्योंकि अभी भी कुछ लोग तबाही की साजिश रचने की फिराक में हैं। अगर आप फेसबुक या ट्विटर पर अनजाने लोगों को दोस्त बनाने के शौकीन हैं तो जरा होशियार हो जाइये। क्योंकि हो सकता है आप भी कुछ लोगों के निशाने पर हों।
@Sult, @mulla, @moulana , @nakhwa, @pandit, @shekhu, @ sheikh-ul-hadees और @pujari ट्विटर के ये तो बस कुछ अकाउंट हैं जो आतंक का कुनबा बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे हैं। ऐसे ही और भी ना जाने कितने फर्जी अकाउंट इस साजिश का हिस्सा हो सकते हैं। जी हां भारत में दहशत के इस नेटवर्क की कुछ कड़ियां खुफिया एजेंसियों के हाथ लगी हैं।
बैंगलोर ब्लास्ट की जांच कर रही एनआईए के हाथ अबतक की सबसे चौकाने वाली जानकारियां लगी हैं। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक हिंदुस्तान में ISIS के लिए युवकों की भर्ती करने वाले सरगना का नाम है मौलाना रहमान उर्फ सुल्तान। बैंगलोर से गिरफ्तार किए गए शख्स मेहदी बिस्वास ने भी पूछताछ में सुल्तान का नाम लिया था। खुफिया विभाग को सुलतान के उन टि्वटर अकाउंटस की भी जानकारी मिली जिनके सहारे वो पढे लिखे युवकों को ISIS में भर्ती करने के लिए प्रेरित करता था।
सूत्रों की मानें तो सुल्तान बहुत चालाक है। ट्विटर और फेसबुक पर चैट करके ही लोगों को अंदर से बाहर तक परख लेता है। उसने ना जाने कितने युवकों को ट्विटर और फेसबुक के जरिए आईएसआईएस में शामिल होने के लिए ब्रेनवॉश किया है। पिछले कुछ महिनो में उसने महाराष्ट्र, राजस्थान, हैदराबाद और कर्नाटक में कई युवकों को भटका कर आईएसआईएस के लिए तैयार किया है।
अबतक की जांच में सामने आया है की मोहम्मद अता के नाम से सुलतान ऑनलाइन भर्तियां करता था। सूत्रों के मुतबिक सुल्तान आईएसआईएस के सोशल मीडिया के सबसे सक्रिय सदस्यों में से एक है। सुल्तान का काम सिर्फ युवकों का चयन करना होता था। एक बार किसी भी युवक पर पूरा भरोसा हो जाने के बाद वो उसे दूसरी टीम के हवाले कर देता था। इसके बाद ये जिम्मेदारी दूसरी टीम की होती थी कि उस युवक को ट्रेनिंग के लिए कहां जाना है या किससे संपर्क करना है।
कौन है सुल्तान?
आप सोच रहे होंगे आखिर ये सुलतान कौन है जो देश में बैठकर देश की युवा पीढ़ी को तबाही के नर्क में धकेल रहा है। तो आपको बता दें ये नाम नया जरूर है लेकिन शख्सियत बहुत पुरानी है।
नाम- सुलतान, जन्मतिथि – 12 दिसंबर 1975, जन्मस्थान- कर्नाटक का भटकल गांव। ये बायोडेटा है उस शख्स का जो भारत में आतंक का जाल बिछाने की कोशिश में है। जी हां भटकल गांव की जमीन में आतंक की जो जड़ें बिखरी हैं उनसे सुलतान का भी गहरा नाता है। ये भी इंडियन मुजाहिदीन नाम की आतंकी पाठशाला का छात्र है। इसने भी यासीन भटकल के साथ ही आतंक की दुनिया में कदम रखा था।
गिरफ्तार होने के बाद यासीन भटकल ने जांच एजेंसियों को बताया था कि सुलतान भी इंडियन मुजाहिदीन के अनवर भटकल, शफी अरमर, हुसैन फरहान मोहम्मद, सलीम इसाकी और अफीफ मोटा के साथ उत्तरी वजीरिन में आतंक की ट्रेनिंग लेने गया था। सुल्तान ने भी अल कायदा के आतंकी कैंप में सुलतान ने दहश की ट्रेनिंग ली है।
इंडियन मुजाहिदीन तो बिखर गया लेकिन ये आतंकी एक दूसरे से जुड़े रहे। आईएसआईएस दुनिया में बड़ा आतंकी संगठन बनकर उभरा तो इनका झुकाव उसकी तरफ हो गया। माना जा रहा है कि आतंकियों का ये गिरोह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से अलग होकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने की फिराक में था। यही वजह है इन्होंने आईएसआईएस से हाथ मिला लिया और उनके लिए आतंकी की खेती शुरू कर दी।
दरअसल खुफिया एजेंसियों को लगातार ये सूचना मिल रही थी की एक शख्स कर्नाटक के भटकाल गांव से आईएसआईएस के लिए काम कर रहा है और कई लड़कों की भर्ती भी कर चुका है। खुफिया एजेंसियो का दावा है कि सुलतान देश की सुरक्षा के लिया काफी घातक है क्योंकि वो ना सिर्फ कट्टर जेहादी है बल्कि उसने अल कायदा से आतंक की ट्रेनिंग भी ली हुई है।
जितनी तेजी से सुलतान ने हिंदुस्तान में अपना जाल बिछाया है वो काफी चौंकाने वाला है। जांच एजेंसियां सुलतान को गिरफ्तार करने के लिए लगातार कोशिशें कर रही हैं। लेकिन अगर आप फेसबुक या ट्विटर पर अंजान लोगों से दोस्ती करते हैं तो होशियार रहिए, कहीं ऐसा ना हो कि अंजाने में आप भी सुलतान की दोस्ती के झांसे में आ जाएं।
स्त्रोत : आय बी एन खबर