कार्तिक अमावस्या , कलियुग वर्ष ५११५
बीजिंग – चीन ने भारतीय राज्य अरुणाचल प्रदेश की सीमा से सटे तिब्बत के दूरदराज के इलाके को जोड़ने के लिए 117 किमी लंबे हाईवे को खोल दिया है। सामरिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण इस राजमार्ग के खुलने से तिब्बत का मेदोग काउंटी पूरे चीन से जुड़ गया है।
सरकारी अखबार चाइना डेली ने शुक्रवार को विश्लेषकों के हवाले से बताया कि यह राजमार्ग भारतीय सीमाओं से सटे होने के कारण चीन की संप्रभुता और क्षेत्र की रक्षा में मददगार साबित होगा। भारत के साथ सीमा विवाद में चीन अरुणाचल प्रदेश को दक्षिणी तिब्बत का हिस्सा होने का दावा करता है जिसका भारत पुरजोर विरोध करता है। यह मार्ग पिछले महीने के अंत में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की चीन यात्रा के दौरान सीमा रक्षा सहयोग समझौते (बीडीसीए) पर दोनों देशों द्वारा हस्ताक्षर किए जाने के एक सप्ताह बाद खोला गया। गौरतलब है कि हाल के वर्षो में भारत और चीन के बीच सीमा पर बुनियादी ढांचे का विकास भी विवादास्पद मुद्दा रहा। चीन लगातार इस दिशा में भारतीय सीमा के समीप बुनियादी ढांचे को विकसित कर रहा है। जबकि भारत द्वारा अपने क्षेत्र में आधारभूत ढांचे का विकास किया जाना चीन का पच नहीं रहा है और वह इसका विरोध करता है।
चीन तिब्बत में पांच हवाईअड्डे, रेल नेटवर्क और सड़क का जाल विकसित कर चुका है। सामरिक लिहाज से देखा जाए तो इससे सेना को बहुत कम समय में तेजी से सीमा पर पहुंचाया जा सकता है।
स्त्रोत : दैनिक जागरण