फ्रांस का दूसरा बड़ा और यूरोप का सबसे खतरनाक शहर है मार्शिली

माघ कृष्ण पक्ष नवमी, कलियुग वर्ष ५११६

पेरिस में चार्ली हेब्दो मैग्जीन के दफ्तर में हुए हमले के बाद वहां दो और हमले हुए हैं, जिससे फ्रांस में माहौल बिगड़ता जा रहा है और देश के तकरीबन हर शहर पर खतरा मंडरा रहा है। इन शहरों में रहने वाले मुस्लिमों में भी डर है। इनमें से एक शहर ऐसा भी है जहां के हालात बेहद खराब हैं। इसे यूरोप का सबसे खतरनाक शहर भी कहा जाता है। इतना ही नहीं, यहां बड़ी संख्या में मुस्लिम रहते हैं। हिंसा, सांप्रदायिक दंगे और दूसरे तरह के क्राइम के लिए बदनाम है मार्शिली शहर।

मार्शिली समुद्र किनारे बसा है, इसलिए बेहद खूबसूरत भी है। पेरिस के बाद फ्रांस का दूसरा सबसे बड़ा शहर मार्शिली टूरिस्ट हब भी है और बिजनेस का बड़ा सेंटर होने की वजह से यूरोप का चौथा बड़ा बंदरगाह भी। इसके अलावा इसे यूरोप की ‘कैपिटल ऑफ कल्चर’ भी कहा जाता है।

मार्शिली शहर में ४० फीसदी मुस्लिम

फ्रांस के मार्शिली शहर की जनसंख्या ८ लाख ५० हजार ६३६ (२०११) है, जिसमें से करीब ४० फीसदी यानी तकरीबन ३ लाख ४० हजार मुस्लिम आबादी है। इसकी पहचान यूरोप के ड्रग स्मगलिंग हब के रूप में भी है। यहां ड्रग तस्करी के अलावा अप्रवासी मुस्लिम भी एक बड़ी समस्या हैं।

तेजी से बस रहे हैं मुस्लिम

मार्शिली फ्रांस का सीमावर्ती शहर है, जहां तेजी से अप्रवासी मुस्लिम आकर बस रहे हैं। इतना ही नहीं, मुस्लिम आबादी यहां लोगों को इस्लाम अपनाने का दबाब डालती है। अगर वे ऐसा नहीं करते, तो अक्सर आम लोगों के साथ हिंसा की जाती है। सीमावर्ती शहर होने से किसी भी घटना के समय आसपास के शहरों से भी मुस्लिम आ जाते हैं, जिससे माहौल काबू से बाहर हो जाता है।

बीते समय में हुईं हिंसक घटनाएं

1- सितंबर, २०११ में मार्शिली शहर में एक बस ड्राइवर ने बुर्का पहने दो महिलाओं को बस में चढ़ने से रोका, तो उसके साथ बस स्टॉप के पास ही कुछ युवकों ने नस्लभेदी टिप्पणी करते हुए मारपीट की। बता दें कि फ्रांस में बुर्का पहनने पर प्रतिबंध है।

2- सितंबर २०११ में करीब १५ युवकों ने नशे की हालत में मिलिट्री फायर सर्विस के बैरक में तोड़फोड़ और गोलीबारी की। घटना में ७ फायरमैन मारे गए, जबकि 4 घायल हो गए।

3- मार्शिली में ट्रेन लूटने की घटना भी खूब चर्चित हुई। लुटेरों ने रेलवे ट्रैक पर पत्थर और मैटल के टुकड़े रखकर ट्रेन को रोका। इसके बाद पैसेंजर्स से जमकर लूटपाट की। इस घटना में करीब २० ज्यूनस (फ्रेंस में इलीट मुस्लिम) शामिल थे।

मार्शिली शहर में अक्सर होती है लूटपाथ और दंगे, देखें तस्वीरें –

                 सड़क पर नमाज अदा करते मुस्लिम।
        सड़कों पर अक्सर आगजनी की घटनाएं होती हैं।
                शहर में ऐसी रैलियां अक्सर होती हैं।
शहर के युवा काफी उग्र हैं। वे इसी तरह उत्पात मचाते हैं।

स्त्रोत : दैनिक भास्कर

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