माघ कृष्ण पक्ष नवमी, कलियुग वर्ष ५११६
वॉशिंगटन : आतंकी संगठन आईएस के समर्थक ग्रुप ने सोमवार को यूएस सेंट्रल कमांड का ट्विटर अकाउंट और यूट्यूब अकाउंट हैक कर लिया। इससे किए गए एक ट्वीट में लिखा था- American soldiers, we are coming, watch your back(अमेरिकी सैनिको! हम आ रहे हैं, होशियार रहो)। युएस सेंट्रल कमांड ने दावा किया है कि ऑपरेशन नेटवर्क सेफ है और कोई गोपनीय सूचना भी लीक नहीं हुई है।
‘साइबर कैलफेट’ नाम के इस ग्रुप ने अपने बैनर के नीचे आईएसआईएस लिखा था, जो कि आतंकी संगठन आईएस(इस्लामिक स्टेट) का पुराना नाम है। यूएस सेंट्रल कमांड के ट्विटर हैंडल पर कुछ आंतरिक मिलिट्री डॉक्युमेंट भी नजर आए। यूएस सेंट्रल कमांड की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि शुरुआती जांच में साफ हुआ है कि कोई भी गोपनीय सूचना लीक नहीं हुई है।
यूएस सेंट्रल कमांड ने बताया कि करीब आधे घंटे समस्या रही और बाद में ट्विटर और यूट्यूब अकाउंट को फिर से सही कर दिया गया। एफबीआई ने भी कहा है कि उसने इस मामले में जांच शुरू कर दी है।
यह अकाउंट ठीक उस वक्त हैक हुआ, जब अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा साइबर सिक्यॉरिटी पर भाषण देने की तैयारी कर रहे थे। हैक होने की खबरों के कुछ देर बाद ट्विटर अकाउंट को हटा दिया गया था। अभी ट्विटर हैंडल की डिस्प्ले इमेज हटा और आईएस समर्थक ग्रुप द्वारा किए गए ट्वीट्स को भी हटा दिया गया है।
सेंट्रल कमांड के ट्विटर अकाउंट पर एक के बाद एक डाली गईं पोस्ट्स में लिखा था, ‘पेंटागन का नेटवर्क हैक कर लिया गया है। चीन के परिदृष्य में’ और ‘पेंटागन का नेटवर्क हैक कर लिया गया है। कोरिया के परिदृश्य में।’
इसके अलावा ट्विटर अकाउंट से कुछ नामों की लिस्ट, मिलिट्री के लोगों के फोन नंबर, पावरपॉइंट स्लाइड्स और मैप भी ट्वीट किए गए थे।
यही नहीं, यूट्यूब अकाउंट को भी हैक कर लिया गया था। इसमें काफी देर तक यूएस सेंट्रल कमांड के हैक किए गए ट्विटर अकाउंट के स्क्रीनशॉट लगाए गए थे।
गौरतलब है कि अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस के तहत आने वाले यूएस सेंट्रल कमांड के तहत करीब २० देशों में डिफेंस ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं। इनमें से ज्यादातर खाड़ी और मिडल एशिया में चल रहे हैं। यूएस सेंट्रल कमांड के तहत ही अमेरिका और सहयोगी सेनाओं के साथ इस वक्त इराक और सीरिया में आतंकी संगठन आईएस के खिलाफ हवाई हमले किए जा रहे हैं।
स्त्रोत : नवभारत टाईम्स