लंदन – कुख्यात आतंकी संगठन आईएसआईएस अपने घायल लड़ाकों को बचाने के लिए गुलाम बनाई गई यजीदी महिलाओं तथा लड़कियों का जबरन खून निकाल रहा है। आईएस के चंगुल से बचकर भागी यजीदी महिलाओं ने पत्रकारों को बताया कि इस तरह निकाले गए खून का उपयोग ट्रांसफ्यूजन में किया जा रहा है ताकि घायल आतंकियों को बचाया जा सकें।
उल्लेखनीय है कि आईएस ने सीरिया तथा इराक के कुछ हिस्सों पर कब्जा करने के बाद यजीदी पुरूषों की हत्या कर हजारों महिलाओं तथा लड़कियों को गुलाम बना लिया था। इन लड़कियों का जबरन बलात्कार कर मात्र दस डॉलर में नीलामी की जा रही है।
आतंकी संगठन के कैद में 28 बिताने के बाद भागी यजीदी लड़की ने बताया कि उसके पति तथा घर के अन्य पुरूष सदस्यों को मारने के बाद उसे उसके बच्चे सहित बंधक बना लिया गया। इन लड़कियों के साथ बलात्कार करने के अलावा इन्हें शारीरिक तथा मानसिक रूप से टॉर्चर किया जा रहा है। इन महिलाओं को इस्लाम अपनाने और मुस्लिम आतंकियों के साथ निकाह करने का भी दबाव डाला जा रहा है। इसी तरह बंदी लड़कियों तथा महिलाओं को अमरीकी हमले में तथा अन्य लड़ाईयों में घायल हुए योद्धाओं के लिए रक्तदान करने के लिए विवश किया जा रहा है।
स्त्रोत : पत्रिका