कार्तिक शुक्लपक्ष १, कलियुग वर्ष ५११५
ढाका : बांग्लादेश में हिंसक भीड़ ने शनिवार को पबना जिले के बोनोग्राम गांव में हिंदुओं के २६ घरों में तोड़फोड़ की। एक अल्पसंख्यक समुदाय के लड़के द्वारा ईशनिंदा की रिपोर्ट आने के बाद भीड़ हिंसक हो उठी। हाई कोर्ट ने २४ घंटे के अंदर इन हमलावरों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया है।
भीड़ ने कई मूर्तियों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया और करीब १५० परिवारों को भागने पर मजबूर कर दिया। घटना को लेकर स्वत: संज्ञान लेते हुए हाई कोर्ट ने पुलिस महानिरीक्षक से कहा है कि वह २४ घंटे के अंदर इसमें शामिल लोगों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करें। कोर्ट ने अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त पुलिस बल तैनात करने को भी कहा है। स्थानीय थाना प्रभारी रिजाउल करीम ने बताया कि घटना में शामिल नौ लोग गिरफ्तार कर लिए गए हैं। अन्य की तलाश की जा रही है।
उन्होंने कहा कि अधिकांश संदिग्ध मुख्य विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) व उसके सहयोगी जमात-ए-इस्लामी के समर्थक या कार्यकर्ता हैं। घटना जमात-ए-इस्लामी के प्रमुख मातिउर रहमान निजामी के गृह जिले में हुई। निजामी पर १९७१ में मानवता के प्रति अपराध को लेकर मुकदमा चल रहा है। जज काजी रजा-उल हक और एबीएम अल्ताफ हुसैन की पीठ ने पुलिस प्रमुख को हमले की जांच के लिए कहा है। पीठ ने क्षति का आकलन कर रिपोर्ट हाई कोर्ट को सौंपने के लिए भी कहा है।
स्त्रोत : जागरण