मुजफ्फरपुर – बिहार में मुजफ्फरपुर के सरैया क्षेत्र में अपहृत छात्र भारतेन्दु की प्रेम प्रसंग में हत्या के बाद रविवार को हिंसा भड़क उठी। आक्रोशित लोगों ने अजीतपुर गांव में दूसरे समुदाय के लोगों के ५० से अधिक घरों को फूंक डाला। हिंसा में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई।
साथ ही एक दर्जन मोटर साइकिलों और कई गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया गया। गांव के अधिकतर लोग घर छोड़कर भाग गए हैं। तनाव के मद्देनजर मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। वरिष्ठ पुलिस अफसर भी घटनास्थल पर कैंप कर रहे हैं।
उपद्रवियों ने लूटपाट भी की।
सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, छपरा और वैशाली की पुलिस भी भेजी गई है। बस्ती में लगी आग को बुझाने के लिए प्रशासन ने चार दमकल गाड़ियों को लगाया है।
लिस के मुताबिक सरैया के बहिलवारा भुआल उत्तरी टोला निवासी व इंटर का छात्र भारतेन्दु का अजीतपुर की एक लड़की से प्रेम प्रसंग चल रहा था। इसी दौरान ९ जनवरी को भारतेन्दु लापता हो गया। दो दिन बाद उसके पिता कमल सहनी ने सरैया थाने में लड़की के भाई के खिलाफ भारतेन्दु के अपहरण की एफआईआर दर्ज करा दी।
इसी बीच, रविवार सुबह प्रेमिका के घर के पास कुत्तों ने जमीन खोद डाली, जिससे वहां दबा भारतेन्दु शव दिखने लगा। इस सूचना के बाद लोगों ने भारतेन्दु के प्रेमिका के घर पर हमला बोल दिया।
उपद्रवियों ने वाहनोंकी भी लूटपाट की
भड़के ग्रामीणों ने आस पास के घरों में आग लगा दी और वहां मौजूद लोगों को जमकर पीटा। पुलिस ने छात्र की हत्या के मुख्य आरोपी समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
हिंसा के लिए नीतीश-लालू जिम्मेदारः बीजेपी
मुजफ्फरपुर में रविवार को हुई हिंसा और आगजनी के लिए बीजेपी ने नीतीश कुमार और लालू को जिम्मेदार ठहराया है। केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूढ़ी ने सोमवार को कहा कि बिहार सांप्रदायिक हिंसा का गढ़ बन गया है। इस प्रकार की घटना का कारण अपराधियों को शरण देना है। बिहार में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। इसके कारण ही इस प्रकार की घटनाएं हो रही हैं।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर, अमरउजाला
कब तक हम इस तरह की बारदाते सहन करते रहेगे हमारे नेता अपने राजनीतिक फायदे के लिए यह बारदाते करबाते रहेगे
अब समय आ गया है जब हमारे नेताओ समाज हित मे बदलना होगा बरना समाज उने बदल देगी.