आषाढ कृ ६, कलियुग वर्ष ५११४
हिंदुद्वेषी चित्रकार म.फि. हुसैनके मृत्युदिनके निमित्त पुणेमें आयोजित चित्रप्रदर्शनी हिंदु जनजागृति समितिद्वारा विरोधके पश्चात निरस्त
हिंदु जनजागृति समितिके प्रयास सफल !
पुणे – भारतमाता एवं हिंदु देवी-देवताओंके नग्न एवं अश्लील चित्र निकालनेवाले हिंदुद्वेषी चित्रकार म.फि. हुसैनकी मृत्युको ९ जूनको एक वर्ष पूर्ण हो रहा है । इस निमित्त पुणेमें हुसैनको श्रद्धांजलि अर्पित करने हेतु आयोजित की गई एक चित्रप्रदर्शनी हिंदु जनजागृति समितिद्वारा विरोधके पश्चात निरस्त की गई है । इस प्रदर्शनीके आयोजक श्री. राजू सुतारने समितिको प्रदर्शनी निरस्त करनेके विषयमें पत्र लिखा है ।
चित्रकलाके माध्यमसे अपनी हीन मानसिकताका प्रदर्शन करनेवाले हुसैनकी चित्रकलाके प्रति आदर रखनेवाले पुणेके कुछ चित्रकारोंने इकट्ठा होकर उनके प्रथम मृत्युदिनका अवसर प्राप्त कर ‘मिस यू…’ (आपकी याद आती है…) इस नामसे एक चित्रप्रदर्शनीका आयोजन किया था । पुणेके ‘वेव्हज आर्ट गैलरी’में ८ से १६ जूनकी कालावधिमें यह प्रदर्शनी आयोजित की जानेवाली थी । इस प्रदर्शनीकी प्रसिद्धि भी बृहत स्तरपर की गई थी ।
इस प्रदर्शनीके आयोजनका समाचार धर्माभिमानी हिंदुओंको प्राप्त होते ही अनेक हिंदुओंने कलादालनको दूरभाष कर विरोध व्यक्त किया । परंतु आयोजकोंने, ‘यह प्रदर्शनी निरस्त करना असंभव है,’ ऐसा बताया था । तदुपरांत हिंदु जनजागृति समितिके मुंबई विभाग समन्वयक श्री.शिवाजी वटकरने प्रदर्शनीके आयोजक श्री. राजू सुतारको संपर्क किया तथा प्रदर्शनी निरस्त करनेकी मांगके पीछे समितिकी क्या भूमिका है, यह स्पष्ट किया । उस समय श्री. सुतारने उत्तर दिया ,‘‘हमें इसकी व्यक्तिगत स्वतंत्रता है । हुसैनका हम आदर करते हैं । हिंदु गणेशोत्सवके समय भी अवैध प्रकारसे कार्य होते हैं ।’’ तब श्री. वटकरने उनका प्रबोधन कुछ इस प्रकार किया, ‘‘अन्य चोरी करते हैं एवं गोबर खाते हैं; अतः मैं भी वैसे ही कृत्य कर रहा हूं, इस प्रकार कोई बताने लगे, तो पुलिस भी उसे क्षमा नही करेगी । अतएव हुसैनका गौरव करनेवाले कार्यक्रमको समिति एवं अन्य सभी हिंदुओंका तीव्र विरोध रहेगा । यह प्रदर्शनी निरस्त होनेतक हम आंदोलन करते रहेंगे ।’ साथ ही श्री. वटकरने हिंदु जनजागृति समितिकी ओरसे किए जानेवाले ‘गणेशोत्सवमें होनेवाले अपप्रकार रोकें’ एवं ‘रंगपंचमीको खडकवासला जलप्रदूषण रोकें’ इस अभियानकी जानकारी श्री. सुतारको दी ।
तदुपरांत श्री. सुतारद्वारा श्री. वटकरको सूचित किया गया , ‘समितिकी ओरसे पत्र भेजा जाएगा, तो हुसैनको श्रद्धांजलि अर्पित करनेका कार्यक्रम निरस्त करेंगे तथा उनका नामोल्लेख भी चित्रप्रदर्शनीमें नहीं किया जाएगा ।’ हिंदु जनजागृति समितिकी ओरसे आयोजकोंको पत्र भेजनेके पश्चात श्री. वटकरजी एवं श्री. सुतारमें पुनः चर्चा हुई । तदुपरांत श्री. राजू सुतारने समितिको पत्र भेजकर सूचित किया , ‘चित्रप्रदर्शनीका कार्यक्रम तत्काल निरस्त किया गया है । साथ ही प्रसारमाध्यमोंको भी वैसा सूचित किया जाएगा ।’ श्री. सुतारने हिंदु जनजागृति समितिके जालस्थान एवं हिंदुत्ववादियोंकी ओरसे चल रहा आंदोलन रोकनेकी विनती श्री. वटकरको की । साथ ही समितिके स्तुत्य अभियानमें सहभागी होनेकी इच्छा भी श्री. वटकरसे व्यक्त की ।
हिंदु जनजागृति समिति पुणेके कुछ कार्यकर्ता सायंकाल ५ बजे कलादालनको भेंट देने हेतु गए, तो कलादालनमें ताला लगा पाया गया । श्री. सुतारद्वारा दिए गए लिखित आश्वासनके अनुसार चित्रप्रदर्शनी वास्तवमें निरस्त कर दी गई है, यह बात स्पष्ट हुई ।
स्त्रोत – दैनिक सनातन प्रभात