कार्तिक शुक्ल ७, कलियुग वर्ष ५११५
विज्ञापनके, ‘मुसलमान संपर्क न करें’, इस वाक्यपर आपत्ति
पाकिस्तान एवं बांगलादेशमें हिंदुओंका वंशविच्छेद होते समय, भारतमें अनेक स्थानोंमें हिंदुओंपर धर्मांध मुसलमानोंद्वारा आक्रमण होते समय, मुसलमान गोहत्या करते समय तथा हिंदुओंकी लडकियोंको लवजिहादद्वारा फंसाकर अगुवा करते समय बहुसंख्यक हिंदुओंकी बस्तीमें भारतके किसी एक क्षेत्रमें एक घर रहनेवाला कोई हिंदू यदि अपना घर मुसलमानोंको विक्रय नहीं करना चाहता तो इसमें क्या अनुचित है ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात
|
मुंबई : देश की आर्थिक राजधानी में दो कमरों के फ्लैट की बिक्री के लिए दिए गए विज्ञापन पर विवाद खड़ा हो गया है। यह विज्ञापन भी किसी ऐसी-वैसी वेबसाइट पर नहीं दिया गया है बल्कि एक जानी-मानी वेबसाइट पर इसे जारी किया गया है। विज्ञापन के मुताबिक, सभी सुविधाओं से लैस इस फ्लैट की कीमत तीन करोड़ रुपए है। आगे लिखा गया है कि इसमें सूरज की रोशनी सीधे आती है। कार पार्किग की सुविधा के साथ विज्ञापन में एक बात और जोड़ी गई है और वह है-फ्लैट खरीदने के लिए कोई मुस्लिम संपर्क न करे।
विज्ञापन पर भड़के मुस्लिम
फ्लैट की बिक्री का यह विज्ञापन २७ अक्टूबर को वेबसाइट पर जारी किया गया है। सामाजिक कार्यकर्ता और वकील शहजाद पूनावाला ने राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के समक्ष वेबसाइट और दलाल के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है। (प्रत्येक व्यक्तिको अपने घरके विक्रयके संदर्भमें निर्णय लेनेकी स्वतंत्रता है । इस स्वतंत्रतापर यदि कोई आपत्ति उठाता है, तो वह कायदाद्रोह ही है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात ) पूनावाला ने बताया कि विज्ञापन से पता चलता है कि लोगों में आज भी एक समुदाय विशेष के खिलाफ कितनी नफरत भरी हुई है। ( कहीं ऐसा तो नहीं कि पूनावाला अधिवक्ता हैं, इसलिए ऐसा निष्कर्ष निकाल रहे हैं ? वे ऐसा क्यों नहीं कहते कि घरके मालिकको व्यक्ति एवं विचार स्वतंत्रता तो है ही ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात) उन्होंने वेबसाइट से कहा है कि वह बिना किसी शर्त और समय गंवाए मुस्लिमों से माफी मांगे। उन्होंने कहा कि इस विज्ञापन से मुस्लिमों में रोष व्याप्त है।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर