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हुबळीमें’ हिंदू राष्ट्र’ स्थापित करने हेतु आयोजित कर्नाटक राज्यस्तरीय ‘हिंदू अधिवेशन’का आरंभ

कार्तिक शुक्लपक्ष ७, कलियुग वर्ष ५११५

  • अधिवेशनमें संतोंकी वंदनीय उपस्थिति

  • हिंदू हितरक्षाके लिए कार्य करनेका निश्चय !

बार्इं ओरसे : श्री. रमेश शिंदे, श्री. प्रमोद मुतालिक, श्री. रवीश तंत्री कुंटारू, पू. सेवालाल स्वामी, दीपप्रज्वलन करते समय प.पू. सिद्धलिंग शिवाचार्य महास्वामी, श्री श्री प्रणवानंद स्वामी, श्री श्री दंडपाणि दीक्षित स्वामी एवं श्री सिद्धलिंग स्वामी
हुबळी (कर्नाटक) : यहां ८ नवंबरको संतोंकी वंदनीय उपस्थितिमें  कर्नाटक राज्यस्तरीय प्रथम ‘हिंदू अधिवेशन’का आरंभ दीपप्रज्वलनसे किया गया । इस शुभ अवसरपर प.पू. सिद्धलिंग महास्वामी (नरगुंद), पू. सेवालाल स्वामी, पू. प्रणवानंद स्वामी (कार्यदर्शी, हिंदू महासभा), श्री श्री दंडपाणि दीक्षित स्वामी (सौदत्ती), श्री सिद्धलिंग शिवाचार्य स्वामी (नरगुंद), श्री. रवीश तंत्री कुंटारू (हिंदू ऐक्य वेदिके (हिंदू ऐक्य मंच)), श्री. प्रमोद मुतालिक (श्रीराम सेना) एवं श्री. रमेश शिंदे (राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिंदू जनजागृति समिति ) उपस्थित थे । हिंदू जनजागृति समितिके राज्य प्रवक्ता श्री. मोहन गौडाने अधिवेशनका उद्देश्य बताया । साथ ही प.पू. डॉ. आठवलेद्वारा अधिवेशनके लिए भेजा गया संदेश पढकर सुनाया । अधिवेशनके प्रथम दिन ही १६० हिंदूनिष्ठ उपस्थित थे ।

‘हिंदू राष्ट्र’में अन्य पंथियोंपर कभी अन्याय नहीं होगा ! – रमेश शिंदे

हिंदुओंका संगठन, समानकृत्य कार्यक्रमका आयोजन तथा हिंदुओंका दिशादर्शन करना, ऐसा व्यापक दृष्टिकोण रखकर यह अधिवेशन आयोजित किया गया है । उसीप्रकार वर्ष २०१४ के चुनावोंकी दृष्टिसे हिंदुओंके लिए नीति निश्‍िचत की जाएगी । य सब इस अधिवेशनके माध्यमसे प्राप्त करना है । मंत्रियोंको देशप्रेमके लिए प्रतिज्ञा करनी पडती है; परंतु हिंदू देशप्रेमी होनेके कारण उन्हें कोई प्रतिज्ञा नहीं करनी पडती । ‘हिंदू राष्ट्र’ अन्य पंथियोंपर कभी अन्याय नहीं करेगा । ‘हिंदू राष्ट्र’में किसी प्रकारका जातीय अंतर नहीं, अपितु समान अधिकार होगा ।

सहस्रों सूचनापत्रोंके आनेपर भी श्रीराम सेना एवं हिंदू जनजागृति समिति भयभीत नहीं होगी ! – प्रमोद मुतालिक

आज ‘हिंदू अधिवेशन’ हो रहा है, तो इस संदर्भमें सरकारद्वारा सूचनापत्र भेजा जा रहा है । यदि मौलवी अथवा ईसाईयोंकी सभा आयोजित की गई, तो सूचनापत्र नहीं दिया जाता, क्योंकि उन्हें सोनिया गांधीका आधार होता है । आज एक नहीं, अपितु सहस्रों सूचनापत्र आए, तो भी श्रीराम सेना अथवा हिंदू जनजागृति समिति भयभीत नहीं होगी । वर्तमान समयमें ऐसा संदेह होता है, मानो सुशीलकुमार शिंदे पाकिस्तानके गृहमंत्री हों । आजकल मेरे नामकी भी बुराई की जा रही है । मेरे कार्यालयका, बेलगांवसे हुबळी, स्थानांतर करते समय ४-५ घरमालिकोंने मुझे अपना घर भी किराएपर नहीं दिया । हमारे एक अन्य कार्यकर्ताके नामसे मुझे वह लेना पडा । सरकार हिंदूनिष्ठोंकी मानहानि कर रही है । मैं एक हिंदू गुंडा हूं, इस प्रकारका वातावरण उत्पन्न किया गया है ।

प्रत्येक घरसे सैनिक उत्पन्न करें  ! – पू. सेवालाल स्वामी

युवकोंको धर्माभिमानी एवं देशाभिमानी होना चाहिए । इसके लिए अपनी शिक्षा व्यवस्थामें शूर तथा राष्ट्रपुरुषोंके आदर्शवाले पाठ पढाए जाने चाहिए । प्रत्येक घरसे सैनिक उत्पन्न होने चाहिए । हिंदुओंकी धार्मिक आस्थाएं आहत न हों इस हेतु कानून एवं सुरक्षाकी व्यवस्था करनी चाहिए ।

हिंदुओंको संस्कारोंकी आवश्यकता ! – श्री. रवीश तंत्री कुंटारू

लोगोंमें जागृति करना ही अपना कार्य है । हिंदुओंको संस्कारोंकी शिक्षा न रहनेके कारण वे शापसे ग्रासित हो गए हैं । उनकी दुरवस्था हो गई है । इसलिए उन्हें संस्कारोंकी शिक्षा देना आवश्यक है ।

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