प्रस्तावना
हिन्दुत्व की रक्षा हेतु एवं ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापित करने हेतु हिन्दू जनजागृति समिती कार्य कर रही है । इस कार्य का एक भाग देशके विभिन्न भागोमें हिन्दू धर्मजागृति सभा आयोजित की जाती है । इन सभाओंके माध्यमसे समिति अपना उद्देश सफल करने हेतु मार्गक्रमण कर रही है ।
हिन्दू धर्मजागृति सभा का उद्देश
- हिन्दू राष्ट्र की स्थापना हेतु हिन्दुओं को संगठित करना ।
- धर्म एवं राष्ट्र के प्रति हिन्दूओमें जागरूकता लाना ।
- विविध हिन्दुनिष्ठ संघटनाओं को एकत्रित लाना ।
- हिन्दुओंकी एवं राष्ट्रकी विविध समस्योंपर ध्यान देते हेतु सरकार पर दबाव लाना ।
हिन्दू धर्मजागृति सभाकी उपलब्धियां
- धर्मजागृति सभामें सम्मिलित कुछ युवकोंने बुरी आदतों का त्याग किया (उदा. धूम्रपान, मद्यपान) ।
- अनेक लोग मस्तक पर तिलक धारण किए बिना घर से बाहर नही निकलते है । धर्म का महत्व ध्यान में आनेपर उन्होंने हिन्दुओंको संगठित करनेका कार्य आरंभ किया ।
- हिन्दू धर्मजागृति सभाओं में प्रस्तुत विषयों के कारण कुछ हिन्दुनिष्ठ एवं युवकों में अनेक वर्षोेसे उत्पन्न दूरी एवं संघर्ष समाप्त हो गया । वे एकत्रित आकर राष्ट्र-धर्मपर उपक्रम आयोजित करने लगे ।
- राष्ट्र विषयक उपक्रम चलाने हेतु हिन्दू संगठित हुए ।
- अनेक हिन्दू देवी-देवताओंकी विडम्बना तथा मंदिरों की रक्षा करने हेतु संगठित हुए ।
- बहुसंख्य हिन्दुओंने धर्माचरण विषयक कृत्यों का आरम्भ किया ।
- धर्मांधोद्वारा हिन्दू धर्मपर हो रहे आक्रमण के प्रति विविध स्थानोंपर हिन्दू जागरूक हुए है ।
- समितिद्वारा आयोजित हिन्दू धर्मजागृति सभा से प्रेरणा लेकर भारत तथा विदेश के कुछ हिन्दुनिष्ठ संगठन प्रोत्साहित हुए । संयुक्त अमेरिका स्थित ‘फोरम फॉर हिन्दू अवेकनिंग’ द्वारा संंयुक्त अमेरिका, कॅनडा, ब्रिटन, ऑस्ट्रेलिया इन देशोंमें अनेक धर्मसभाओंका सफलतापूर्वक आयोजन किया ।
हिन्दू धर्मजागृति सभा का विवरण
केवल ईश्वरीय कृपाके कारण हिन्दू जनजागृति समिति ने अब तक १३ राज्यों (महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडू, आंध्रप्रदेश, मध्यप्रदेश, गुजरात, झारखण्ड, हरियाणा, नई देहली, उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ) एवं ७ भाषाओं (मराठी, हिन्दी, तमिल, कन्नड, मल्याळम, तेलुगू, गुजराती) में ९९९ हिन्दू धर्मजागृति सभाओं का सफलतापूर्वक आयोजन किया है । आज (२४ जनवरी २०१५ को) करमळी, गोवा में १००० वीं हिन्दू धर्मजागृति सभा हो रही है ।
इस कार्य में आप किस प्रकार सम्मिलित हो सकते है ?
१. प्रचार : अपने मित्र, परिवार, सहयोगी, धर्मनिष्ठ हिन्दुओंको हिन्दू धर्मजागृति सभा की जानकारी तथा निमंत्रण देना ।
२. प्रत्यक्ष रूपसे सहभाग : हिन्दू धर्मजागृति सभा का आयोजन करने हेतु सहाय्य करना ।
३. प्रार्थना : शुभकामनाएं तथा प्रार्थना सभा सफल करने हेतु महत्वपूर्ण है ।
४. हिन्दू धर्मजागृति सभा के लिए आर्थिक रूपसे सहायता करना : (एक धर्मजागृति सभा का आयोजन करने के लिए लग-भग २.५-३ लक्ष रूपये खर्च आता है ।)