कार्तिक शुक्ल ९ , कलियुग वर्ष ५११५
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव
श्री. नवलकिशोर शर्मा |
धार (वार्ता.) – धार स्थित हिंदुओंकी प्राचीन भोजशाला मुक्ति हेतु लडनेवाले धर्मप्रेमी श्री. नवलकिशोर शर्माने पूरे भारतके हिंदुत्ववादियोंकी सूचना तथा स्थानीय नागरिकोंका अनुरोध ध्यानमें रखकर धार विधानसभा मतदाता संघसे चुनाव लडनेका निर्णय लिया है । ८ नवंबरको दोपहर १ बजे जिलाधिकारी कार्यालय जाकर श्री. शर्माने निर्दलीय उम्मीदवार के रूपमें चुनाव हेतु नामांकनका आवेदन प्रविष्ट किया । इस अवसरपर उदासीन आश्रम, बाकानेर स्थित श्री विष्णुदास महाराज, देहली समर्थ संगठनके महासचिव श्री. मनीष मंजुल, हिंदू जनजागृति समितिके श्री. विनय पानवळकर तथा श्री. नवलकिशोर शर्माके नेतृत्वमें भोजशाला मुक्ति हेतु लडनेवाले ५० कार्यकर्ता उपस्थित थे ।
१० दिन पूर्व भाजपाने श्री. शर्माको पक्षका अधिकृत टिकट दिया था । भाजपाके वैसी घोषणा करनेपर धारवासियोंने नगरमें मिठाई बांटकर घोषणाका स्वागत किया था ; किंतु भोजशालामें बसंतपंचमीको सरस्वतीपूजन मना कर मुसलमानोंको नमाज पठन हेतु आमंत्रित करनेवाली हिंदूघातक भाजपाकी टिकटपर मैं कभी भी चुनाव नहीं लडूंगा, श्री. शर्माने वार्ताकार परिषद आयोजित कर यह स्पष्ट किया था । तदुपरांत लोगोंके अनुरोध करनेपर श्री. शर्माने निर्दलीय चुनाव लडनेका निर्णय लिया है । परिणाम स्वरूप भाजपाने इस स्थानपर दूसरा उम्मीदवार खडा किया है ।
धार मतदातासंघमें कुल २ लाख ५० सहस्र मतदाता तथा २६२ मतदानकेंद्र हैं । हर केंद्रमें ८०० से १००० मतदाता हैं । धारनगरमें श्री. शर्माका चुनाव प्रचार-प्रसार कार्यालय खोला गया है । श्री. शर्माने मतदातासंघके हर क्षेत्रका न्यूनतम दो बार भ्रमण करनेका आयोजन किया है । हर दो दिन पश्चात कार्यकर्ताओंके प्रसारका ब्यौरा लेने हेतु कार्यकर्ताओंकी बैठकका आयोजन किया गया है ।
श्री. नवलकिशोर शर्मा चुनाव लड रहे हैं, इसलिए समाजके हर वर्गके लोग सकारात्मक हैं । चुनाव हेतु लोगों द्वारा प्रतिदिन कुछ मात्रामें धन जमा किया जा रहा है । (कहां चुनाव प्रसार हेतु अपना काला धन प्रचुर मात्रामें खर्च करनेवाले तथा मतों हेतु लोगोंको धन देकर उन्हें भ्रष्ट करनेवाले सर्वपक्षीय उम्मीदवार तथा कहां लोगोंद्वारा दिए धनसे निर्दलीय चुनाव लडनेवाले श्री. नवलकिशोर शर्मा ! श्री. शर्माने समाज, राष्ट्र एवं धर्म हेतु त्याग किया है; अत: लोग उनके लिए धनत्याग कर रहे हैं । क्या किसी राजनैतिक उम्मीदवारके साथ ऐसा होता है ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात