कार्तिक शुक्ल १० , कलियुग वर्ष ५११५
देहलीके आंदोलनमें सम्मिल्लित धर्माभिमानी हिंदू |
देहली : नई देहलीके जंतर मंतरमें ‘राष्ट्रीय हिंदू आंदोलन’के अंतर्गत ‘धार्मिक एवं लक्ष्यित हिंसा अधिनियम २०११’ कानूनका विरोध करने हेतु आयोजित आंदोलनमें राष्ट्रवादी शिवसेनाके प्रमुख तथा हिंदू अलायन्सके संयोजक श्री. जयभगवान गोयल सम्मिलित हुए थे । इस अवसरपर उन्होंने सभी हिंदुओंका आवाहन करते हुए कहा कि धार्मिक एवं लक्ष्यित हिंसा कानून अर्थात केंद्रशासनद्वारा हिंदुओंको दबाकर मुसलमानोंको प्रसन्न करनेका बडा षडयंत्र है । इस कानूनद्वारा सरकार हिंदुओंका सामाजिक खस्सीrकरण कर रही है । वर्ष २०१४ के चुनावमें अल्पसंख्यकोंके मतोंका लाभ होनेहेतु कांग्रेस सरकार यह कानून पारित करनेकी शीघ्रता कर रही है । सभी हिंदुओंको इस कानूनका कठोर विरोध करनेकीr आवश्यकता है । अतः सभी हिंदूनिष्ठ संगठनोंको एकत्रित होकर धर्मपर आया संकट दूर करने हेतु संगठित रूपसे प्रयास करने चाहिए ।
इस आंदोलनमें ३५ धर्माभिमानी हिंदू सम्मिलित हुए थे । गाजियाबादके प्रबल हिंदूनिष्ठ एवं इस कानूनके संदर्भमें हिंदुओंमें जागृति उत्पन्न करनेवाले श्री. विनोद सर्वोदयने भी अपने विचार प्रस्तुत किए एवं उन्होंने इस कानूनका विरोध करनेका आवाहन करते हुए कहा कि यह कानून जिजिया कानूनसे भी भयानक है । अखिल भारत हिंदू युवक सभाके प्रवक्ता श्री. राकेश गोरखाने कहा, ‘यदि यह कानून बना, तो हमें स्पष्ट रूपसे ‘भारतमाता की जय’ बोलना भी संभव नहीं होगा ।
हिंदू जनजागृति समितिके श्री. सुरेश मुंजाल, ठलुआ क्लबके श्री. रुद्र रवि शर्मा, हिंदू धर्माभिमानी श्री. ओ.पी. त्रेहान, श्री. विपुल खन्ना, श्री. रवि कटारिया, सनातन संस्थाकी श्रीमती स्वानंदी जाधव, रणरागिनीकी कु. मनीषा माहुर, हिंदू जनजागृति समितिके श्री. चंद्रप्रकाश एवं श्री. दैवेश रेडकरने भी उपस्थित लोगोंके समक्ष विषय प्रस्तुत किया ।
गलेमें क्रौस धारण किए हिंदू युवकका प्रबोधन करनेके कारण उसने क्रौस निकाला !
प्रदर्शनके अवसरपर कुछ हिंदू युवक प्रदर्शनके स्थानपर आकर विषय सुन रहे थे । इस अवसरपर हिंदू धर्माभिमानी श्री. विपुल खन्नाने देखा कि उन युवकोंमें एक युवकने अपने गलेमें क्रौस धारण किया है । श्री. खन्ना एवं श्री. विनोद सर्वोदयने त्वरित उस युवकको ईसाईयोंद्वारा होनेवाले धर्मपरिवर्तनके संदर्भमें जानकारी दी । इस समय युवकने अपनीr चूक स्वीकार की एवं गलेका क्रौस निकालकर रखा ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात