माघ शुक्ल पक्ष सप्तमी, कलियुग वर्ष ५११६
बेरुत : सीरिया और इराक में सक्रिय आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने अपने इलाके में होने वाले अपराधों के लिए सजा की एक पूरी लिस्ट जारी की है। शनिवार को सामने आई रिपोर्ट के अनुसार, इसमें शरिया कानून के उल्लंघन पर शरीर का अंग काट देेने, पथराव और सूली पर चढ़ाने से लेकर कई दूसरी सजाओं का जिक्र है। इराक और सीरिया में आईएसआईएस के नियंत्रण वाले इलाकों में इन्हें लागू किया गया है।
ISIS की नई आचार-संहिता के मुताबिक, व्यभिचार या शादी के बाद संबंध रखने वालों को पत्थर से मारकर मौत की सजा दी जाएगी। अविवाहित के लिए १०० कोड़े और बहिष्कार का सजा तय की गई है। इसी तरह ईशनिंदा करने वाले और धर्म का त्याग करने वाले को भी मौत की सजा का सामना करना पड़ेगा। काउंटर टेरेरिज्म थिंक टैक क्यूलीयम के रिसर्चर चार्ली विंटर के मुताबिक, इन कानूनों को लेकर इस्लामिक स्टेट की ओर से जारी किए गए दस्तावेज सही लगते हैं। अभी पिछले ही हफ्ते ISIS की ओर से आरोपियों को सजा देने की खौफनाफ तस्वीरें जारी की गई थीं। इसमें डकैती के आरोपी दो व्यक्तियों को सूली पर चढ़ाए जाने की फोटोज थीं, जबकि दूसरी तस्वीर उस महिला की थी, जिसकी गैरमर्द से रिश्ते रखने की बात कहकर पत्थरों से मारकर हत्या कर दी गई थी।
इन अपराधों के लिए ये सजाएं
ईशनिंदा: ISIS की ओर से जारी लिस्ट के मुताबिक, ईशनिंदा करने वाले व्यक्ति को मौत का सामना करना पड़ेगा।
व्यभिचार या विवाहेतर संबंध: इनमें से किसी भी मामले में दो तरह की सजा तय की गई है। दोषी के विवाहित होने पर उसे पत्थर से मारकर मौत देने की सजा तय की है, जबकि अविवाहित होने पर १०० कोड़े और बहिष्कार की सजा का सामना करना पड़ेगा।
समलैंगिकता: किसी भी तरह की समलैंगिक गतिविधियों के दोषी के लिए मौत की सजा तय की गई है।
चोरी: इस्लामिक स्टेट की लिस्ट के मुताबिक, चोरी के आरोपी के लिए हाथ काटे जाने की सजा दी जाएगी।
डकैती: ऐसे अपराध के लिए दो तरह की सजा तय की गई है। पैसों की चोरी के लिए हत्या को अंजाम देने पर मौत की सजा तय की गई है। सिर्फ पैसों की चोरी पर दायां हाथ और बायां पैर काटने की सजा दी जाएगी।
शराब पीने पर 80 कोड़े मारने की सजा।
जासूसी के लिए मौत की सजा।
इस्लाम धर्म का त्याग करने पर मौत की सजा।
किसी को बदनाम करने पर 80 कोड़े मारने की सजा।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर