कार्तिक शुक्ल १० , कलियुग वर्ष ५११५
मॉरीशसमें तमिल नागरिकोंका अधिवेशन
कोलकाता – ८ एवं ९ नवंबरको मॉरीशसमें आयोजित विदेशस्थ तमिल नागरिकोंके अधिवेशनमें १५ देशोंसे ६० प्रतिनिधि सम्मिलित हुए हैं । इस अवसरपर हिंदू एक्जीस्टेन्स नियतकालिकके संपादक तथा हिंदू एक्जीस्टेन्स फोरमके अध्यक्ष श्री. उपानंद ब्रह्मचारीने आवाहन किया कि यदि तमिल जनता हिंदू एकता हेतु प्रयास करे तो सारी समस्याएं हल हो सकती हैं ।
श्री. उपानंद ब्रह्मचारी आगे कहते हैं, तमिल लोग धार्मिक, सांस्कृतिक तथा बौद्धिकदृष्टिसे सनातनी हिंदू हैं; किंतु उनमें घनिष्ठता न होनेके कारण उन्हें अनेक समस्याओंका सामना करना पड रहा है । विशेषतः श्रीलंकामें तमिल जनताका नरसंहार उसका ज्वलंत उदाहरण है । इन समस्याओंको सुलझाने हेतु तमिल जनताको हिंदुओंकी एकता हेतु प्रयास करना आवश्यक है । उनकी सारी समस्याएं हिंदू राष्ट्रमें ही हल हो सकती है । इस दृष्टिसे विदेशस्थ तमिल बंधुओंकी भूमिका महत्त्वपूर्ण होगी । जय तमिल इलम ! जय हिंदू राष्ट्र !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात