माघ शुक्ल पक्ष अष्टमी, कलियुग वर्ष ५११६
शिमला – विश्व हिंदू परिषद ने प्रदेश में मतांतरण, लव जिहाद व बांग्लादेशी घुसपैठ पर मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को ज्ञापन सौंपा। साथ ही लव जिहाद के मामलों की सूची भी सौंपी। विहिप के मुताबिक प्रदेश से पौने दो सौ लड़कियां गायब हैं।
विहिप के अनुसार धर्मातरण रोकने के लिए कानून २००६ में पारित हुआ था। २००६ से लेकर २०१२ तक प्रदेश में धर्मातरण के कारण कुछ समुदायों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। इतने साल में मतांतरण की न कोई शिकायत हुई और न ही किसी को सजा मिली। इसका अर्थ है कि प्रदेश में मतांतरण हो रहा है, लेकिन कानून ने अपना काम नहीं किया। विहिप ने मांग की कि सरकार कानून में प्रावधान करें की गैरकानूनी तरीके से मतांतरण करवाना अपराध की श्रेणी में शामिल हो। प्रदेश में अनेक लड़कियां गायब हुई हैं। इनके बारे में कहा जाता है कि उन्हें दूसरे धर्म के युवकों ने भगाया है। विहिप का आरोप है कि प्रदेश में एक गिरोह काम कर रहा है जिसके सदस्य हिंदू समाज की लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाकर उनसे शादी करते हैं व मतान्तरण करवाकर छोड़ देते हैं। ऐसे गिरोहों की जांच करने के लिए प्रदेश सरकार को कदम उठाने चाहिए। सामाजिक अपमान के भय से अधिकाश माता-पिता पुलिस में रपट भी नहीं लिखाते। मुख्यमंत्री का कर्तव्य बनता है कि वे ईमानदारी से प्रदेश की गायब हुई लड़कियों के आंकड़े एकत्रित करवाएं और दोषियों को सजा दिलाएं।
प्रदेश के उपाध्यक्ष अमन पुरी, दुर्गावाहिनी क्षेत्र संयोजक रजनी ठुकराल, ऋतु गोयल, महानगर उपाध्यक्ष मीनाक्षी, प्रदेश संगठन मंत्री मनोज कुमार, राम ऋ षि भारद्वाज, विनोद, नीरज व अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे। रजनी ने लव जिहाद से त्रस्त लड़कियों की सूची भी उन्हें दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में करीब ४० हजार बांग्लादेशी हैं, लेकिन सरकार को खबर नहीं है।
स्त्रोत : जागरण