कार्तिक शुक्ल ११, कलियुग वर्ष ५११५
धर्मविरोधी जादूटोनाविरोधी कानून, गोरक्षा, संतोंका अनादर तथा जिहादके साथ अनेक विषयोंपर कृत्य करनेकी नीति निश्चित होगी !
कोल्हापुर : देशमें आतंकवाद, दंगोंके समय हिंदुओंपर धर्मांधोंद्वारा होनेवाले आक्रमण, धर्मपरिवर्तन, हिंदू धर्मपर आघात करनेवाला जादूटोनाविरोधी कानून तथा मंदिर सरकारीकरण कानून ऐसी अनेक समस्याओंके कारण देशके बहुसंख्यक हिंदू समाजमें असुरक्षाकी भावना उत्पन्न हो गई है । अतः इस भावनाको व्यक्त करनेके साथ सभी हिंदूनिष्ठ संगठनोंद्वारा ‘हिंदू राष्ट्र स्थापना’के एक सूत्रपर सक्रिय संगठन करनेके उद्देश्यसे यहां ‘प्रांतीय हिंदू अधिवेशन’ आयोजित किया गया है । यहांके लिशा उपहारगृह (होटेल) चौक, श्री महालक्ष्मी मंगल कार्यालयमें १३ एवं १४ नवंबरको होनेवाले अधिवेशनके लिए कोल्हापुर, सांगली, सातारा एवं बेलगांव जनपदसे २५ से अधिक हिंदूनिष्ठ संगठन, संप्रदाय, धर्माचार्य, प्रवचनकार, अधिवक्ता, पत्रकार, विचारवंत एवं अन्य क्षेत्रके हिंदूनिष्ठ संगठनोंके ८० से अधिक प्रतिनिधिके साथ संत-महंत सम्मिलित होंगे ।
गोवामें संपन्न राष्ट्रीय हिंदू अधिवेशनके आधारपर महाराष्ट्रके विविध क्षेत्रोंमें हिंदुत्वके लिए कार्यरत हिंदूनिष्ठ संस्थाओं, संगठनों तथा मान्यवरोंका संगठन होने, धर्महानि रोकने हेतु समान कार्यक्रम निश्चित करने तथा पक्ष, संप्रदाय आदि अंतर भूलकर भगवे ध्वजके नेतृत्वमें केवल ‘हिंदू’के रूपमें संगठन बनाने एवं भविष्यमें होनेवाले कार्यकी दिशा स्पष्ट होने हेतु हिंदू जनजागृति समितिद्वारा पुणे, सोलापुर, विदर्भ तथा जलगांवके पश्चात अब कोल्हापुरमें यह अधिवेशन संपन्न होगा ।
२ दिनतक चलनेवाले इस अधिवेशनमें ‘हिंदू राष्ट्र’की स्थापना, इसके लिए समाजजागृति कैसे करें, गोवंशरक्षा करते समय आनेवाली अडचनें एवं उसपर समाधान, अन्य धर्मियोंद्वारा हिंदुत्वपर होनेवाले आघात, देवी-देवताओंका अनादर, संतोंकी अपकीर्ति, लव जिहादका संकट एवं इन समस्याओंपर समाधान, धर्मपरिवर्तन एवं उसे रोकने हेतु उपाय, अनुभवकथन, वर्ष २०१४ के चुनावमें हिंदूनिष्ठोंकी रणनीति आदि विविध विषयोंपर चर्चासत्र आयोजित किएं जाएंगे ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात