माघ शुक्ल पक्ष नवमी, कलियुग वर्ष ५११६
इंटरनेशनल डेस्क : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा तीन दिन के भारत दौरे पर हैं। उनके इस दौरे पर दुनियाभर की नजर है। खासकर भारत के पड़ोसी देश चीन और पाकिस्तान दोनों देशों के बीच बढ़ती नजदीकियों पर पैनी नजर बनाए हुए है। दुनियाभर के अखबारों में ओबामा के स्वागत से लेकर दोनों देशों के बीच हुए समझौतों तक तमाम मुद्दों की चर्चा है। वहीं, पाकिस्तानी और चीनी मीडिया में इस दौरे को लेकर अलग ही तल्खी नजर आ रही है। आइए जानते हैं इस दौरे को लेकर क्या है दुनियाभर के प्रतिष्ठित अखबारों की सुर्खियां।
पाकिस्तान के प्रतिष्ठित अखबर ‘द डॉन’ ने अपने संपादकीय में देश की छवि खराब होने का डर जाहिर किया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को गलत तरीके से निशाना बना रहा है। ओबामा के दौरे के वक्त भी उन्हें डर है कि वो अमेरिका के सामने पाकिस्तान की खराब छवि पेश कर सकता है। संपादकीय में इस बात को लेकर भारतीय अधिकारियों के साथ ही भारतीय मीडिया को भी कठघरे में खड़ा किया गया है।
चीन के अखबार ‘ग्लोबल टाइम्स’ ने पश्चिमी देशों को ही कठघरे में खड़ा कर दिया। रिपोर्ट में कहा गया कि चीन को भारत से उम्मीद है कि वो पश्चिमी देशों की ओर से बिछाए गए प्रतिद्वंद्विता के जाल में नहीं फंसेगा। चीनी अखबार की इस रिपोर्ट में अमेरिका समेत पश्चिमी देशों पर यह आरोप भी लगाया गया कि वो एशिया की दो महाशक्तियों को बांटने की कोशिश कर रहे हैं।
पाकिस्तान के अखबार ‘डेली टाइम्स’ ने ओबामा के भारत दौरे को एक बड़ा बदलाव बताया है। अखबार ने अपने संपादकीय में लिखा है कि अमेरिका को भारत और पाकिस्तान दोनों देशों के साथ मजबूत रिश्ते की जरूरत है। वो दक्षिण एशिया के दोनों देशों में से किसी को भी दरकिनार नहीं कर सकता है। रिपोर्ट में पाकिस्तान का पक्ष रखते हुए यह भी कहा गया है कि अमेरिका आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान की मजबूरी समझता है। वो जानता है कि देश से सैन्य कार्रवाई के जरिए आतंकवाद को खत्म नहीं किया जा सकता है।
‘द वॉल स्ट्रीट जर्नल’ ने ओबामा के दौरे को काफी प्रमुखता से जगह दी है। जर्नल ने अपनी रिपोर्ट में न सिर्फ गणतंत्र दिवस पर उनकी मौजूदगी और एटमी डील की बात की है, बल्कि इस बात का भी जिक्र किया है कि ओबामा का ये दौरा चीन के लिए क्या संदेश देता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ओबामा का ये दौरान चीन के लिए कहीं न कहीं इस बात का संदेश है कि एशिया में भारत के मुकाबले उसकी ताकत कम होती नजर आ रही है। जर्नल की एक रिपोर्ट में ओबामा के दौरे को भारत और अमेरिका के रिश्तों में वसंत की तरह बताया गया है।
अमेरिका के अखबार ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ ने अपनी रिपोर्ट में भारत और अमेरिका के मजबूर होते संबंधों की बात कही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ओबामा ने भारत के साथ मजबूर रिश्ते के लिए सारी बाधाएं दूर कर दी हैं। रिपोर्ट के मुताबिक न्यूक्लियर डील को लेकर दोनों देशों के बीच एक नई साझेदारी की शुरुआत हुई है, जो सहयोग के एक नए दौर की शुरुआत करेगी।
स्त्रोत: दैनिक भास्कर
The visit of Mr Obama is very important for india , Mr N. Modi have very successfully shown his capacity and ability to work as Prime Minister of india.Its also shows that educational qualification alone may not bring you on high position. We proud on N modi as p. m. of india .
Agree.