वासनांध पादरी !
माघ शुक्ल पक्ष दशमी, कलियुग वर्ष ५११६
स्पेन : स्पेन के दक्षिणी शहर ग्रैनेडा में एक न्यायाधीश ने १० रोमन कैथोलिक पादरियों और दो कैथोलिक कर्मचारियों के खिलाफ बच्चों के यौन शोषण मामले में अभियोग शुरू किया है। एक न्यूज चैनल के मुताबिक, इन १२ लोगों पर २००४-२००७ के बीच चार किशोरों के साथ यौन शोषण करने का आरोप है।
पोप फ्रांसिस ने इनमें से एक पीड़ित से नवंबर में बात कर माफी मांगी थी। अब इस पीड़ित की उम्र 24 साल है। इस युवक ने पोप को शोषण के संबंध में चिट्ठी लिखी थी, जिसके बाद पोप ने माफी मांगी थी। गौरतलब है कि पोप ने बच्चों के साथ यौन शोषण की घटना को बिल्कुल बर्दाश्त न किए जाने की शपथ ली है। पोप ने इस मामले की गिरिजाघर द्वारा जांच कराए जाने के आदेश दिए हैं।
नवंबर में कई गिरफ्तारियां हुई थीं, लेकिन संदिग्ध जमानत पर रिहा हैं। पादरियों पर यह आरोप है कि उन्होंने पीड़ितों को अपने घर बुलाया था, जहां इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया गया। घटना से पीड़ितों में गुस्सा है और वह इसे वेटिकन की असफलता मानते हैं, जो इस घटना को छिपाने में शामिल वरिष्ठ अधिकारियों को दंड देने में नाकाम रहा है।
स्त्रोत : आज तक