मार्गशीर्ष कृष्ण १, कलियुग वर्ष ५११५
जम्मू : कथावाचक प.पू. आसारामबापूजी के भगवती नगर स्थित आश्रम में बच्चों के दफन होने का दावा कर सनसनी फैलाने वाले उनके पूर्व सहयोगी विनोद गुप्ता उर्फ भोलानंद ने अब पुलिस के सामने यह बयान दिया है कि उसे यह सब आरोप लगाने के लिए रुपये का लालच और मशहूर होने का प्रलोभन दिया गया था। भोलानंद ने जम्मू से किसी लड़की या महिला को तैयार करके मीडिया के समक्ष आरोप लगाने की भी योजना तैयार की थी।
पुलिस के समक्ष दिए बयान में भोलानंद ने कहा कि प.पू. आसारामबापूजी को फंसाया जा रहा है और वह भी प्रलोभन में आ गया था। जम्मू आश्रम में बच्चों को दफनाया नहीं गया है। सूत्रों के अनुसार नवाबाद पुलिस थाने में पुलिस रिमांड पर हिरासत में लिए भोलानंद ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह करीब तीन साल पहले ही जम्मू आश्रम से चला गया था। संपर्क के दौरान ही मीडिया के कुछ लोगों ने भी इंटरव्यू देने के लिए कहा।
इंटरव्यू के दौरान ही उसे कई प्रलोभन दिए गए। पुलिस के अनुसार इस इंटरव्यू की सीडी और रिकार्डिंग को पुलिस के समक्ष डा. राज कुमार चौधरी ने सौंपा। कोर्ट ने इस पूरे मामले की जांच के आदेश दिए थे। इसी बीच, भोलानंद सितंबर से ही जम्मू में विक्रम के संपर्क में था। भोलानंद की बातचीत को उसने अपने मोबाइल फोन पर रिकार्ड कर ली। अचानक इंटरव्यू के बाद यह आरोप लगे कि भगवती नगर स्थित आश्रम में तीन बच्चों को दफनाया गया है तो फोन रिकार्डिंग की सीडी तैयार करके कोर्ट में पेश की।
कोर्ट ने इस मामले की भी जांच के आदेश दिए। पुलिस ने प्राथमिक छानबीन के बाद भोलानंद के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया और भोलानंद की तलाश की जा रही थी। पुलिस ने मुंबई पुलिस से भी संपर्क किया। लगातार दबाव बनाए जाने के बाद वह जम्मू में जमानत लेने के लिए पहुंचा तो पुलिस ने भोला को हिरासत में ले लिया।