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बांग्लादेश के हिन्दुओं की दुर्दशा रोकने के लिए मोदी सरकार बांग्लादेश की सरकार को समझाएगी क्या ?
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बांग्लादेश में हिन्दुओं के मंदिर असुरक्षित
ढाका – देबाशीश दास नामक एक हिन्दू युवक ने हजरत मोहम्मद की कविता फेसबुक पर डालने का कारण बताकर लगभग ५० से ६० धर्मांधों ने बांग्लादेश के ब्राह्मणबारिया जनपद स्थित लालपूर-आशूगाँग में हिन्दुओं के ५ मंदिरों पर आक्रमण कर मंदिरों तथा वहां स्थित देवताओं की मूर्तियों की तोडफोड की । देबाशीश दास को फेसबुक पर हजरत मोहम्मद की मानहानि करने के प्रकरण में पुलिस ने बंदी बनाया है; परंतु अल्पसंख्यक हिन्दुओं के मंदिरों पर आक्रमण कर तोडफोड करनेवाले आरोपियों में से एक को भी बंदी नहीं बनाया है । (यह है इस्लामी राष्ट्र में अल्पसंख्यक हिन्दुओं की दुर्दशा ! – संपादक) बांग्लादेश के ‘बांग्लादेश मायनॉरिटी वॉच’के कार्यकर्ताओं ने घटनास्थल पर जाकर हिन्दुओं से पूछताछ की तथा स्थानीय लोगों का साक्षात्कार लिया । एक मुसलमान लेखक द्वारा हजरत मोहम्मद के विषय में लिखी हुई कविता की कुछ पंक्तियां देबाशीश दास ने फेसबुक पर डालने का आरोप स्थानीय नागरिकों ने लगाया है । फेसबुक पर उक्त कविता की पंक्तियां डालना अपराध सिद्ध नहीं होता । पुलिसद्वारा देबाशीश को बंदी बनाना अवैध है तथा पुलिसवाले हिन्दुओं के मंदिरों की सुरक्षा नहीं कर सके, ऐसा ‘बांग्लादेश मायनॉरिटी वॉच’ने कहा है ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात