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जम्मू-कश्मीर में कई शादीयां और ज्यादा से ज्यादा बच्चे पैदा करें मुसलमान : मोहम्मद कासिम, अलगाववादी नेता

फाल्गुन कृष्ण पक्ष षष्ठी, कलियुग वर्ष ५११६

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में अलगाववादी नेता मोहम्मद कासिम ने मुस्लिम समुदाय के लोगों से अपील करते हुए कहा है कि एक से ज्यादा शादियां करें और जितने हो सके बच्चे पैदा करें। इसके पीछे कासिम ने दलील दी है कि अगर मुस्लिम समुदाय अपनी जनसंख्या बहुमत में नहीं रखेंगे तो राज्य में उनका अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा।

हत्या के एक मामले में उम्रकैद की सजा पाए कासिम ने कहा,’ मैं मुस्लिमों से अपील करता हूं कि एक से ज्यादा शादी करें और जितनी अधिक संख्या में हो उतने बच्चे पैदा करें। इसके पीछे उन्होंने कुरान का एक तर्क भी दिया।’ कासिम ने अपनी पार्टी मुस्लिम दीनीमहज की ओर से मेल किए गए एक बयान में यह अपील की है।

दुख्तारन-ए-मिलात की प्रमुख अशिया अंदारबी के पति कासिम ने कहा, ‘ जम्मू-कश्मीर में रिफ्यूजियों को स्थापित करने की कोशिश के पीछे राज्य में मुस्लिम बहुल जनसंख्या को कम करने की साजिश थी।’ उन्होंने कहा कि कश्मीर के मुस्लिम अपनी बर्बादी के लिए खुद जिम्मेदार हैं। यहां लड़कियों की देर से शादी की जा रही है जिसके कारण उनमें बच्चे पैदा करने की क्षमता कम हो जा रही है। देर से शादी करने के पीछे दुल्हा न मिलना और माली हालत खराब होने को बहाने के रूप में पेश किया जा रहा है।

कासिम का कहना है कि शादी के बाद हमारे समुदाय के लोग ‘हम दो हमारे दो’ और ‘पहला अभी नहीं, दूसरा कभी नहीं’ जैसे जनसंख्या नियंत्रण वाले नारों के चक्कर में फंस कर बच्चे नहीं पैदा कर रहे हैं। कासिम ने कहा कि राज्य में मुस्लिम समुदाय अपनी खराब माली हालत के कारण कम बच्चे पैदा कर रहा है जो कि उनकी जनसंख्या घटने का बड़ा कारण हो सकता है।

उन्होंने अपने बयान में दावा किया कि जम्मू-कश्मीर में सात प्रतिशत लड़कियां गर्भाशय की बीमारियों से पीड़ित हैं। इसके कारण वे २३-२४ साल की उम्र के बाद बच्चे नहीं पैदा कर पा रही हैं वहीं लड़कों के बच्चे पैदा करने की क्षमता भी कम हो रही है। इधर, कासिम ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए यह भी कहा कि ८० प्रतिशत हिंदू आबादी होने के बाद भी देश में हिंदू नेता पांच-पांच बच्चे पैदा करने की सलाह दे रहे हैं।

स्त्रोत: दैनिक भास्कर

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