मार्गशीर्ष कृष्ण ६, कलियुग वर्ष ५११५
सोलापुर – महाराष्ट्र तथा गोवा प्रशासन सनातन संस्थापर बंदी लगानेका प्रयास कर रहा है । सनातनपर बंदी अर्थात अध्यात्म तथा देशभक्तिपर बंदी आनेवाली है । सनातनपर बंदी लगानेका प्रयास करनेपर दृढतासे उसका विरोध करेंगे, श्री. प्रमोद मुतालिक ने ऐसा स्पष्ट मत व्यक्त किया । वे २० नवंबरको सोलापुरमें आयोजित हिंदू धर्मजागृति सभामें बोल रहे थे ।
उन्होंने आगे कहा, …
१. १९४७ में पाक स्वतंत्र हुआ । यदि उस समय हिंदू जनजागृति समिति तथा श्रीराम सेना होती, तो पाकिस्तानकी स्थापना ही न होने देते । सरबजीत सिंहको बंदी बनाकर १५ वर्ष कारागृहमें डाल दिया । कुछ दिनों पश्चात वह छूटनेवाला था, तब एक वैâदीने उसकी हत्या कर दी । सारांशमें निरपराध व्यक्तिको मार दिया । गृहमंत्री तथा प्रधानमंत्री, आप क्या कर रहे हैं ?
२. विनोद कुमार नामके कैदीने पाक वैâदीकी हत्या कर प्रत्युत्तर दिया । वैâदीको स्वाभिमान है, किंतु केंद्रशासनको नहीं । प्रशासनने उसकी पत्नीको १० लाख रुपयोंका धनादेश दिया । उसकी विधवा पत्नीने धनादेश वापिस कर केंद्रसरकारसे कहा कि ‘यदि आप पाकिस्तानको उत्तर देते तो, १ कोटि देने जैसी बात होती,’ यह है स्वाभिमान !
३. केंद्रीय गृहमंत्रीने सारे राज्योंको पत्र भेजे कि निरपराध मुसलमान युवकोंको कष्ट न दें । आप भारतके गृहमंत्री हो अथवा पाकके ? मुझे ऐसा लगता है कि कहीं तो आपका औरंगजेबसे संबंध है ।
४. जाति, पक्ष, संप्रदाय सब भूलकर हम हिंदू हैं, यह बताने हेतु ही यह धर्मसभा है । कश्मीरसे हिंदुओंको निकाला जा रहा हो तो, क्या हम यहांसे मुसलमानोंको बाहर निकालें ? ओवैसी कहता है कि पुलिस १५ मिनटके लिए हटाएं, हम २५ कोटि मुसलमान १०० कोटि हिंदुओंको समाप्त करेंगे । मैं उसे आवाहन देता हूं कि हम हिंदू १०० कोटि हैं । १० कोटि जाएंगे, जो भी करना है, आमने-सामने हो जाए ।
क्षणिकाएं
- कासेगावके (तहसील दक्षिण सोलापुर) शंकर वाडकर (शिवसेना तहसील उपप्रमुख, दक्षिण सोलापुर), समाधान चौगुले, दत्ता बरडे, श्रीकांत पांगरकर, अजीत मिटकरी, महेश वाडकर, सागर ननवरे, हरिदास वाडकर, लखन वानकर तथा उलेगावके उत्तम शिंदे, विजय गोवर्धन, शिवाजी मोहिते, अजीत शिंदे, माऊली डांगे, नानासाहेब शिंदे, मनोज गुंड, दत्तात्रय डांगेके साथ १०० धर्माभिमानी हिंदुओंने धर्मसभा हेतु घोषणा कर तथा झंडे फहराकर मैदानमें आकर सबका ध्यान आकर्षित किया ।
- हगलूर, वलेगाव तथा कासेगावके धर्माभिमानी एकसाथ घोषणा देते हुए तथा झंडे फहराते हुए सभास्थलपर पहुंच गए ।
- हगलूरके (तहसील उत्तर सोलापुर) २० से २५ धर्माभिमानी सभा हेतु आए थे ।
- एक अपंग व्यक्ति तीन पहिए रिक्शासाइकिल लेकर सभा हेतु आया था ।
- एक अभिभावक अपने दो बच्चोंको लेकर साइकलसे सभामें आए थे । उन्होंने बच्चोंको क्रांतिकारियोंके प्रदर्शनका महत्त्व बताया ।
- महान भारतीय संस्कृति कक्षके स्थानपर एक धर्माभिमानी व्यक्तिने छोटे बच्चोंको मिठाई वितरीत की ।
- अनेक व्यक्तियोंने अपने भ्रमणभाषद्वारा महान भारतीय संस्कृति कक्षका छायाचित्र खींचा ।
- धर्माभिमानी हिंदू साई क्षीरसागरकी बेटी बीमार होकर भी पूरा समय सभामें उपस्थित रही थी ।
- सोलापुरके सारे वृत्तपत्र तथा स्थानीय वृत्तवाहिनियोंने सभाकी तथा सवारी फेरीको बडी मात्रामें प्रसिद्धि दी ।
जादूटोनाविरोधी अधिनियमके विरुद्ध २४ नवंबरको सोलापुरमें विशाल मोर्चाका आयोजन
समय : प्रात: ११ से दोपहर २
मोर्चाका मार्ग : शिवस्मारक (प्रारंभ) – चौपाड-दत्त चौक-नवी पेठ-सुभाष चौक (लकी चौक)-सरस्वती चौक-सिद्धेश्वर मंदिर तथा जिलापरिषदके सामने समापन
सहकार्य : निवासव्यवस्था, पानी व्यवस्था, तथा अन्य अनेक बातोंमें हिंदूलांबिका देवी देवालय ट्रस्ट, श्री. अनंत बंकापुर, श्री. साईप्रसाद क्षीरसागर, श्री. दिवाणजी, श्री. संजय साळुंखे, श्री. अप्पाराव उपाख्य राजू लातूरकर, श्री. बापू ढगे, श्री. प्रसाद बाहुलीकर का बहूमूल्य सहयोग प्राप्त हुआ । अत: सभा सफलतापूर्वक संपन्न हो सकी । पुलिस, प्रशासन, दूरचित्रवाहिनियोंके प्रतिनिधि एवं वार्ताकारोंका भी सहयोग प्राप्त हुआ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात