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जिला अधिकारीद्वारा तिरुपति स्थित इस्लामिक विश्वविद्यालय भवनके ५ अवैध तल्ले गिरानेका आदेश !

मार्गशीर्ष कृष्ण ६, कलियुग वर्ष ५११५

हिंदुत्ववादियोंके राष्ट्रीय हिंदू आंदोलनको आंशिक सफलता प्राप्त !

हिंदुओ, इस यशके विषयमें ईश्वरके चरणोंमें कृतज्ञता व्यक्त करें !

तिरुपति – स्थित थोन्दावडा गांवमें निर्माणाधीन हीरा अंतरराष्ट्रीय इस्लामिक विश्वविद्यालयसे संबंधित सारी घटनाओंकी जांच कर जिलाधिकारी के. रामगोपालने विश्वविद्यालय द्वारा निर्मित ५ अवैध तल्ले गिरानेका आदेश दिया है । विश्वविद्यालयका अवैध निर्माणकार्य गिराया जाए तथा विश्वविद्यालयकी अनुमति निरस्त की जाए, इस हेतु जनजागृति समिति तथा अन्य हिंदुत्ववादी संगठन तीव्र आंदोलन कर रहे हैं । निर्माणकार्य गिरानेके जिलाधिकारीके आदेशसे इस आंदोलनको आंशिक ही सही, पर सफलता प्राप्त हुई है ।

१ यह निर्माणकार्य गिराते समय पुलिस अपेक्षित नियंत्रण रखे, जिलाधिकारी के. रामगोपालने पुलिस अधीक्षकको ऐसा आदेश भी दिया है ।
२. इस विश्वविद्यालय हेतु प्रशासनद्वारा सम्मत की गई भूमि भी विवादग्रस्त है । यह भूमि थिमप्पा देवालयकी है तथा उसका स्वामीत्व विश्वविद्यालयको नहीं दे सकते; किंतु आंध्रप्रदेश कांग्रेस प्रशासनने हिंदुओंकी चोटपर नमक छिडकने हेतु जानबूझकर यह भूमि इस्लामिक विश्वविद्यालयको देनेका निर्णय लिया ।
३. जिलाधिकारी द्वारा लिए गए निर्णयके कारण हिंदुओंने समाधान व्यक्त किया है । हिंदू जनजागृति समितिने प्रशासनसे शेष मांगें भी तुरंत सम्मत करनेका आवाहन किया है ।
४. तिरुपति परिसरमें हीरा इस्लामिक विश्वविद्यालयका निर्माणकार्य आरंभ था । विश्वविद्यालय हेतु प्राप्त अनुमति, निर्माणकार्य आरंभित भूमि, ७ तल्ले निर्माणकार्यका स्वरूप तथा विश्वविद्यालयको होनेवाली अर्थसहायता, ये सारी बातें संदेहपूर्ण है ।
५. देशविदेशके हिंदुओंकी पवित्र भूमि माने जानेवाले तिरुपति परिसरमें हीरा इस्लामिक विश्वविद्यालयका निर्माणकार्य आरंभ रहनेसे देशके हिंदुओंमें क्रोध व्याप्त हो गया है । इसका परिणाम इस सूत्रपर देशभरमें निदर्शन तथा निषेध आंदोलन भडकनेके रूपमें हुआ । इन सारे आंदोलनोंमें हिंदू जनजागृति समितिने नेतृत्व किया ।

यह विरोध आरंभ ही रहेगा ! – हिंदू जनजागृति समिति

भगवान व्यंकटेशका आशीर्वाद तथा हिंदुत्ववादियोंद्वारा किए गए आंदोलनका परिणाम यह सफलता है । जबतक तिरुपतिसे इस्लामिक विश्वविद्यालय संपूर्णतया सीमापार नहीं होता, तबतक हिंदू जनजागृति समिति आंदोलन आरंभ रखेगी । विश्वविद्यालयकी भूमि हिंदुओंके मंदिरकी भूमि है । उसपर अतिक्रमण कर इस भवनका निर्माण किया गया है । जैसे मुसलमानोंके मक्का अथवा मदीना में हिंदू विश्वविद्यालय स्थापित नहीं कर सकते, उसी प्रकार हिंदुओंके तिरुपति जैसे तीर्थस्थानपर इस्लामिक विश्वविद्यालय हम स्थापित नहीं होने देंगे । उसका तीव्र विरोध करेंगे । उस दृष्टिसे तिरुपतिमें २० दिसंबरको विशाल जनआंदोलन आयोजित किया जाएगा ।
– श्री. रमेश शिंदे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिंदू जनजागृति समिति

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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