मुंबई – शिवसेना ने शनिवार को कहा कि जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद का पाकिस्तान और अफजल गुरु के संदर्भ में दिया गया बयान देशद्रोह और सर्वोच्च न्यायालय की अवमानना के समान है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने महीने की शुरुआत में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के सहयोग से जम्मू एवं कश्मीर में सरकार बनाई है।
शिव सेना ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में लिए गए शपथ के तुरंत बाद सईद ने जम्मू एवं कश्मीर में शांतिपूर्ण चुनाव का श्रेय पाकिस्तान और पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों को दिया।” एक दिन बाद सईद और उनकी पार्टी पीडीपी ने अफजल गुरु के अवशेष की मांग की थी। अफजल को संसद भवन पर हमला मामले में संलिप्त रहने का दोषी पाया गया था और उसे २०१३ में फांसी दे दी गई थी।
शिव सेना ने कहा कि सफल चुनाव का श्रेय निर्वाचन आयोग, आतंकवादी खतरे के बीच मतदान केंद्रों पर कतारों में खड़े रहने वाली जनता और २४ घंटे तैनात भारतीय सैनिकों को दी जानी चाहिए। शिव सेना ने अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में शनिवार को कहा, “हालांकि, पाकिस्तान और आतंकवादियों को श्रेय देकर सईद ने निर्वाचन आयोग, जनता और सेना का अपमान किया है और अफजल के पार्थिव अवशेष की मांग कर राजद्रोह की सारी सीमाएं लांघ दी है।”
सामना ने आगाह किया है, “अंतत: अफजल एक अपराधी था और उसे सहानुभूति देना सर्वोच्च न्यायालय की अवमानना करने के समान और भारतीय कानून के साथ खिलवाड़ करना है। अगर सईद का यह आचरण जारी रहा, तो देश को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।” शिवसेना ने यह भी कहा है कि भाजपा को जम्मू एवं कश्मीर में पीडीपी के साथ गठबंधन सरकार चलाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।
स्त्रोत : वन इण्डिया हिन्दी