फाल्गुन कृष्णपक्ष अष्टमी, कलियुग वर्ष ५११६
देवताओंका अनादर रोकनेवाले जागृत हिन्दू धर्माभिमानी ही हिन्दू धर्म की शक्ति हैं !
कवठेमहांकाळ-सांगली (महाराष्ट्र) : ग्रामसभा में यहां के मारुति मंदिर के निकटवाला अवैध पेशाबखाना हटाने का निर्णय होने के पश्चात भी उसे हटाया नहीं गया था। इस संदर्भ में स्थानीय हिन्दूनिष्ठ संगठित हुए; इसलिए ग्रामपंचायत ने उसे त्वरित हटाकर परिसर की स्वच्छता की। (हिन्दू मंदिरोंकी पवित्रता का पालन करने हेतु प्रयास करनेवाले सभी हिन्दूनिष्ठोंका अभिनंदन ! इस कृत्य से अन्यत्र के हिन्दू भी शिक्षा लेकर श्रद्धास्थानोंका अनादर रोकने हेतु सक्रिय रहें ! साथ ही पेशाबखाना अवैध था, तो ग्रामपंचायत को स्वयं कार्रवाई करना अपेक्षित था। उसके लिए आंदोलन करने की क्या आवश्यकता थी ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
१. मंदिर के निकट ही पेशाबखाना तथा कूडेदान होने के कारण अधिक बार मंदिर की दीवारें गंदी की जाती थीं, साथ ही कूडा भी फेंका जाता था। (हिन्दुओं में केवल धर्मशिक्षा के अभाव के कारण इस प्रकार के कृत्य होते हैं ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात) इससे हिन्दुओंकी धार्मिक भावना आहत होती थी।
२. यह विषय हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ताओंके ध्यान में आने के पश्चात उन्होंने इस संदर्भ में ग्रामपंचायत को निवेदन प्रस्तुत किया। गत अनेक दिनोंसे हिन्दूनिष्ठ इस का पीछा कर रहे थे।
३. अंत में २६ जनवरी के दिन ग्रामसभा में यह पेशाबखाना बंद करने का निश्चय होने के पश्चात ८ दिनोंमें ही पुनः आरंभ कर दिया गया। अतः हिन्दूनिष्ठ संतप्त हुए तथा वह पेशाबखाना बंद करने हेतु ६ फरवरी के दिन संगठित हुए।
४. उस समय कुछ व्यापारियोंद्वारा पेशाबखाना हटाने के लिए विरोध किया गया। अतः कुछ दिन तनाव की स्थिति रही थी। उस समय पुलिस को आमंत्रित किया गया। पुलिस द्वारा दोनोंके मध्य समझौता (मध्यस्थी) करने के पश्चात ग्रामपंचायत ने यह पेशाबखाना हटाने का आश्वासन दिया तथा त्वरित उसे हटाकर परिसर की स्वच्छता की।
५. उस समय शिवसेना के तहसील प्रमुख श्री. दिनकर तात्या पाटिल, शहराध्यक्ष श्री. अनिल पाटिल, अंतरराष्ट्रीय श्रीकृष्ण भावनामृत के (‘इस्कॉन’ के) श्री. प्रकाश गाडवे, श्रीशिवप्रतिष्ठान के श्री. प्रदीप शिंदे तथा श्री. स्वप्निल जोशी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के श्री. दीपक गुप्ता, हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. रोहित कोरे, हिन्दूनिष्ठ श्री. प्रसाद कमलाकर, श्री. कुमार जाधव, श्री. प्रीतम घाळे, श्री. सुनील सगरे, श्री. संजय गोरे, साथ ही अन्य हिन्दूनिष्ठ भारी संख्या में उपस्थित थे।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात