मार्गशीर्ष कृष्ण ८ , कलियुग वर्ष ५११५
मंगलुरूके एकदिवसीय हिंदू अधिवेशनमें दीपप्रज्वलन करते हुए ( बायीं ओरसे ) श्री गुरुराज शास्री, अधिवक्ता श्री. गणेश शैणे, डॉ.ज्ञानेश्वर नायक एवं श्री. रमेश शिंदे
काकीनाडा (आंधप्रदेश) : काकीनाडामें (पूर्व गोदावरी जनपद) २४ नवंबरको एक दिवसीय जनपदस्तरीय ‘हिंदू अधिवेशन’ आयोजित किया गया । इस अधिवेशनमें हिंदू जनजागृति समितिके आंध्रप्रदेश राज्यके प्रवक्ता श्री. चेतन जनार्दनने प्रतिपादित किया कि जिसप्रकार मक्का, मदीना एवं वैटकिनमें हिंदू विश्वविद्यालय स्थापित नहीं हो सकता, उसीप्रकार हिंदुओंके तीर्थक्षेत्र तिरुपतिमें इस्लामिक विश्वविद्यालय स्थापित नहीं हो सकता । इसको विरोध करने हेतु हिंदू जनजागृति समिति आंदोलन कर रही है । जनपदाधिकारीने इस विश्वविद्यालयकी ५ मंजिलें तोडनेके आदेश दिए हैं; परंतु यह विश्वविद्यालय निरस्त होनेतक समितिद्वारा आंदोलन जारी रखा जाएगा । तिरुपतिमें २० दिसंबरको सहस्रों हिंदुओके उपस्थितिमें भव्य आंदोलन किया जाएगा । इस अधिवेशनमें काकीनाडाके श्री सुवेदानंदा स्वामीजी, हिंदू धर्मरक्षा समितिके श्री. गौरय्या, श्री. रामंजनेयुलु तथा तिरुपतिके हिंदूनिष्ठ श्री.आकुला कृष्ण किशोर उपस्थित थे ।
इस्लामिक विश्वविद्यालय नहीं, अपितु मस्जिद ! – श्री चेदुलुरी गौरय्या
हिंदू धर्म पूरे विश्वका मूल है । उसकी अवनति हो रही है । अतः ‘हिंदू राष्ट्र’ स्थापित करनेकी आवश्यकता है । तिरुपतिमें जो निर्माण कार्य हो रहा है, वह इस्लामिक विश्वविद्यालय नहीं, अपितु मस्जिद है ।
सभी हिंदुओंको चाहिए कि वे सनातन आश्रमको भेंट दें ! – श्री.आकुला कृष्ण किशोर
सनातन संस्थाके गोवाके आश्रमकी प्रशंसा करते हुए श्री.आकुला कृष्ण किशोरने कहा, ‘’हिंदुओंको आध्यात्मिक शक्तिकी आवश्यकता है । सनातनके आश्रममें प्रत्येक स्थानपर इस शक्तिकी अनुभूति होती है । यह आश्रम अन्य आश्रमके समान नहीं है । सनातन आश्रम अत्युत्तम स्तरका आश्रम है । सभी हिंदुओंको इस आश्रमको भेंट देनी चाहिए ।’’ इस्लामिक विश्वविद्यालके संदर्भमें उन्होंने कहा, ‘’टुडा परिसरमें ३७० चर्च तथा ७० मस्जिदोंका निर्माणकार्य किया गया है ।’’ तत्पश्चात अब ‘हीरा इस्लामिक अंर्तराष्ट्रीय विश्वविद्यालयका संकट आया है ।’’
क्षणिकाएं
१. आंध्रप्रदेशकी किनारपट्टिपर २ दिनपूर्व ही आए तुफानके कारण यहांपर हानि हुई । ऐसी स्थतिमें भी हिंदूनिष्ठ इस अधिवेशनके लिए उपस्थित थे ।
२. अधिवेशन आरंभ होनेसे पूर्व काकीनाडामें एक शोभायात्राका आयोजन किया गया, जिसमें स्थानीय हिंदू सम्मिलित थे ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात