फाल्गुन कृष्ण पक्ष दशमी, कलियुग वर्ष ५११६
देवी-देवताओंकी विडंबना रोकने हेतु हिन्दुओंको धर्मशिक्षा देना अपरिहार्य !
पुणे (महाराष्ट्र) : यहां के ‘आदित्य शॉपिंग सेंटर कॉम्प्लेक्स’ भवन की सीढियों में, ‘लोगों को दीवार पर नहीं थूकना चाहिए’, इसलिए देवी-देवताओं के फर्श लगाए गए थे। यह बात धर्मशिक्षावर्ग के धर्माभिमानियोंके ध्यान में आने पर उन्होंने इस इमारत(भवन) के कर्मचारियोंसे मिलकर फर्श हटाने के विषय में उन का प्रबोधन किया। तत्पश्चात ये फर्श हटाए जाने के संदर्भमें इमारत के कर्मचारियोंने लिखित रूप में समझाया है। (देवी-देवताओंकी विडंबना रोकने हेतु कार्यरत पुणे के सभी धर्माभिमानियोंका अभिनंदन ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
१. २७ जनवरी को समाजसेवा फाउंडेशन के (ट्रस्ट) अध्यक्ष श्री. विजय क्षीरसागर, ‘फाईव स्टार मित्र मंडल’ के श्री. सोमनाथ माजिरे, ‘ओम साई प्रतिष्ठान’ के श्री. अजित पवळे, ‘पतित पावन संगठन के श्री. रोहित राऊत एवं हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा कॉम्प्लेक्स के कर्मचारी श्री. महादेव सूर्यवंशी से मिल कर उपरोक्त विषय के अनुषंग से निवेदन दिया गया तथा देवी-देवताओंके छायाचित्रोंकी कैसे विडंबना होती है, इस विषय में भी उन का प्रबोधन किया।
२. इस के परिणामस्वरूप २८ जनवरी को इस भवन की सीढियोंमें लगाए छायाचित्रवाले फर्श निकाले गए। (ऐसे सक्रिय धर्माभिमानी ही हिन्दू धर्म की खरी शक्ति हैं। – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात) ये सभी धर्माभिमानी हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा बालाजीनगर क्षेत्र में चलनेवाले धर्मशिक्षा वर्ग में आते हैं।
फर्श पर लगाए देवताआेंके चित्र..
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात