फाल्गुन कृष्ण पक्ष द्वादशी, कलियुग वर्ष ५११६
डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में फ्री स्पीच के समर्थन में चल रही सभा में गोलियां चलीं। पुलिस के अनुसार इस गोलीबारी में एक नागरिक की मौत हो गई है जबकि तीन पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार गोली चलाने वाले २ आरोपियों को कार से भागते देखा गया है।
इस सभा का आयोजन स्वीडन के विवादास्पद कलाकार लार्स विक्स ने किया था। मीटिंग का विषय था: कला, ईश-निंदा और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता (Art, blasphemy and the freedom of expression)।
फ्रांसीसी अधिकारियों ने इसे ‘आतंकवादी हमला’ बताया है। डेनमार्क पुलिस ने कहा कि वे कार से फरार हुए दो संदिग्ध हमलावरों की तलाश में हैं। सुरक्षा अधिकारी कार के लाइसेंस नंबर से इसका पता लगाना रहे हैं।
चर्चा में गए डेनमार्क में फ्रांस के राजदूत फ्रैंकोइस जिमरे ने बताया कि हमलावर शार्ली एब्दो वाले हमले को दोहराना चाहते थे। जिमरे ने ट्वीट कर अपने ‘सकुशल’ होने की जानकारी दी थी। फ्रांस के विदेश मंत्री लॉरेंट फैबियस ने हमले को ‘सार्वजनिक सम्मेलन पर आतंकवादी हमला’ करार दिया। उन्होंने कहा कि फ्रांस ‘आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई’ में डेनमार्क प्रशासन और वहां के लोगों के साथ है।
स्थानीय टीवी२ चैनल के अनुसार क्रुटोंडेन कैफे (Krudttoenden cafe) की खिड़कियों पर लगभग ३० गोलियों के निशान हैं। दो लोगों को स्ट्रेचर पर ले जाते देखा गया है, जिसमें एक वर्दीधारी पुलिस भी है।
कार्यक्रम के एक अन्य आयोजक हेले मेरेटे ब्रिक्स ने बताया कि लार्स विक्स सभा में मौजूद थे पर वह जख्मी नहीं हुए हैं। स्वीडन के विवादास्पद कलाकार लार्स विक्स जब भी डेनमार्क में रहते हैं, उन्हें पुलिस सुरक्षा दी जाती है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि लार्स विक्स ने २००७ में पैगंबर मोहम्मद के विवादित कार्टून बनाए थे। इसके बाद उन्हें लगातार धमकियां मिलती रहीं हैं।
स्त्रोत : नव भारत टाइम्स