फाल्गुन कृष्णपक्ष द्वादशी, कलियुग वर्ष ५११६
मुंबई : महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के न्यास में भारी मात्रा में भ्रष्टाचार, दस्तावेज में अपने मन से अपराधी स्वरूप का परिवर्तन करना, प्रशासकीय हेराफेरी करना तथा सत्यप्रतिज्ञापत्र पर झूठे दस्तावेज प्रस्तुत कर सातारा जनपद के सहायक धर्मादाय आयुक्त को भ्रमित करना इत्यादि घटनाएं हुई हैं। इस संदर्भ में वर्ष २०१३ से अनेक बार परिवाद करने पर भी सहायक धर्मादाय आयुक्त एवं शासन अंनिस के घोटाले का समर्थन कर रहे हैं। इसलिए हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा सातारा जिले के पालकमंत्री एवं जलसंपदा राज्यमंत्री श्री. विजय शिवतारे से मांग की गई कि अपराध अन्वेषण विभागद्वारा अंनिस के न्यास की जांच होकर सभी न्यासियोंपर अपराध प्रविष्ट करें। उन्होंने सातारा सहायक धर्मादाय आयुक्त को जांच ब्यौरा प्रस्तुत करने के आदेश दिए।
इस अवसर पर हिन्दू जनजागृति समिति के मुंबई के कार्यकर्ता श्री. सतीश सोनार, हिन्दू गोवंश रक्षा समिति के श्री. कुंदन राऊत एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। निवेदन में कहा गया है कि विधान परिषद में शिवसेना के नेता श्री. रामदास कदम ने राज्य अपराध अन्वेषण विभागद्वारा अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के घोटाले की जांच जांच करने की मांग की थी। हिन्दुनिष्ठ संगठन, हिन्दु विधिज्ञ परिषद एवं राष्ट्रीय वारकरी सेना द्वारा अपराध प्रविष्ट किए गए थे; परंतु प्रशासन द्वारा कोई भी कार्यवाही होती दिखाई नहीं दी। इस पर पालकमंत्री श्री. शिवतारे ने कहा कि यह बात गंभीर है एवं कानून के अनुसार त्वरित कार्यवाही करने की आवश्यकता है । मैं स्वयं इस पर ध्यान देकर सातारा के सहायक धर्मादाय आयुक्त द्वारा जांच ब्यौरा मंगवाता हूं।
पर्यावरणमंत्री द्वारा महाराष्ट्र अंनिस के न्यास में सभी न्यासियों पर अपराध प्रविष्ट कर अपराध अन्वेषण विभाग द्वारा अपराधों की जांच करने के संदर्भ में मुख्यमंत्री को सिफारिश !
हाल- ही में मंत्रालय में हिन्दू जनजागृति समिति के महाराष्ट्र राज्य संगठक श्री. सुनील घनवट, श्री. शिवाजी वटकर, श्री. सतीश सोनार एवं अन्य पदाधिकारियोंने पर्यावरणमंत्री श्री. रामदास से भेंट की थी। समिति के पदाधिकारियोंने महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के न्यास में भारी मात्रा में भ्रष्टाचार होने के संदर्भ में श्री.कदम को जानकारी दी तथा श्री. कदम ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर राज्य अपराध अन्वेषण विभागद्वारा इस भ्रष्टाचार की जांच करने के संदर्भ में सूचित किया। इस विषय में समिति को उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करनी चाहिए। (ऐसी तत्परता कितने मंत्रियों में है ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात