मार्गशीर्ष कृष्ण ११, कलियुग वर्ष ५११५
महाराष्ट्र के ठाणे जिले में आयोजित ब्राह्मण संमेलन में विख्यात न्यायविद सुब्रह्मण्यम स्वामी पहुंचें उन्होंने कांग्रेस पर सीधे निशाना साधते हुए कहा कि भारत के विख्यात संतों को बदनाम करने के पीछे मुख्यतः कांग्रेस ओर सोनिया गाँधी का हाथ हैं। उन्होंने कहा कि प.पू. आसारामजी बापू देश के सर्वोच्च संत हैं ओर उन्हें इस तरह बदनाम करना उचित नहीं है ओर राजनीती के तहत उनके ऊपर मामले चलाये जा रहे हैं।
ब्राह्मण सम्मलेन ठाणे के वर्तकनगर में संपन्न हुआ जिसमें कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम भी संपन्न हुए. सुब्रह्मण्यम स्वामी के साथ साथ यहाँ पर कैलाशमठ से आयें हुए स्वामी सम्विदानन्दजी महाराज ने भी भाग लिया।
सुब्रह्मण्यम स्वामी ने भारत के सभी साधू संतों को एकत्र होकर आचार्य सभा बनाने के लिए आवाहन किया, जिसकी सलाह से देश का संसद चलें।
स्त्रोत : लोक चेतना