मार्गशीर्ष कृष्ण १२ , कलियुग वर्ष ५११५
नगर – जामखेड भाजपाकी ओरसे पंचायत समिति सभापति डॉ. भगवान मुरुमकरद्वारा प्रभारी तहसीलदार राजेंद्र दराडेको इस मांगका निवेदन प्रस्तुत किया गया कि हिंदुओंके धर्माचरणपर पाबंदी डालनेवाला तथा हिंदू धर्म ही समाप्त करनेका षडयंत्र रचनेवाला टोनाटोटका कानून त्वरित निरस्त करना चाहिए । उस समय भाजपा तहसील अध्यक्ष श्री. रवींद्र सुरवसेके साथ भाजपाके २० कार्यकर्ताए भी उपस्थित थे । सुरवसेद्वारा यह प्रतिक्रिया व्यक्त की गई कि टोनाटोटका विरोधी कानून हिंदुओंके धर्माचरणपर पाबंदी डालनेवाला है, अतः उसका विरोध ही करेंगे । इस अवसरपर ह.भ.प. विजय महाराज बागडे, ह.भ.प. दीपक महाराज गायकवाड, ह.भ.प. अण्णा महाराज केदार, ह.भ.प. पंढरीनाथ महाराज राजगुरु, धर्माभिमानी श्री. बाळासाहेब डोंगरे, हिंदू जनजागृति समितिके श्री. विशाल फिरोदिया उपस्थित थे ।
शेवगांव – स्थित नायब तहसीलदार गणेश मरकडको निवेदन प्रस्तुत किया गया । उस समय वारकरी संप्रदायके ह.भ.प. ज्ञानेश्वर महाराज, ह.भ.प. संतोष महाराज वैद्य, ह.भ.प. महेश महाराज हरवणे, ह.भ.प. जालिंदर महाराज निकम, ह.भ.प. रामकिसन महाराज कपाडिया, ह.भ.प. सोमनाथ महाराज ढाकणे, बजरंग दलके सर्वश्री उद्धव काळे, सचिन सूर्यवंशी, ज्ञानेश्वर राऊत, हिंदू जनजागृति समिति तथा सनातन संस्थाके कार्यकर्ता भी उपस्थित थे ।
पारनेर (जनपद नगर) – स्थित नायब तहसीलदार स.स. अल्हाटको भी निवेदन प्रस्तुत किया गया । उस समय ह.भ.प. सचिन महाराज शेटे, सर्वश्री तुकाराम चौधरी, तुषार औटी, चंद्रशेखर ठुबे, मंगेश कानडे आदि उपस्थित थे । ह.भ.प. सचिन महाराज शेटेद्वारा यह प्रतिक्रिया व्यक्त की गई कि कानूनके माध्यमसे हिंदू धर्मियोंके विरुद्ध बडा षडयंत्र रचा जा रहा है ।
नेवासा – स्थित तहसीलदार अरुण उजागरेको निवेदन प्रस्तुत किया गया । उस समय स्वराज्य प्रतिष्ठानके सर्वश्री राहुल गुराळे, मयुर दरंदले, प्रशांत वाघ, दीपक गायकवाड, विनोद कराडे, शिवा राजगिरे, अमर धनक, मनोज पारखे, राम घोडके आदि उपस्थित थे ।
श्रीरामपुरमें धरणा आंदोलन
टोनाटोटका विरोधी कानूनके विरोधमें श्रीरामपुरमें गांधीजीकी प्रतिमाके निकट विभिन्न संगठनोंद्वारा १६ नवम्बरको टोनाटोटका विरोधी कानूनके विरोधमें धरणा आंदोलन आयोजित किया गया । उस समय शिवसेना उपजनपद प्रमुख डॉ. महेश क्षीरसागर, ह.भ.प. रामदास महाराज शास्त्री, शिवसेनाके भूतपूर्व तहसील प्रमुख श्री. राजेंद्र देवकर, भाजपाके नगराध्यक्ष श्री. मारुति बिंगले, बजरंग दल नगराध्यक्ष श्री. सचिन बाकलिवाल, श्री शिवप्रतिष्ठानके सर्वश्री राहुल अस्वले, मंगेश भोसले, अभिजीत सरोदे, अक्षय डहाळे, हिंदू जनजागृति समितिके श्री. अमोल खैरनार उपस्थित थे । उस समय प्रांताधिकारी प्रकाश खविलको निवेदन प्रस्तुत किया गया । ह.भ.प. रामदास महाराज शास्त्रीने इस प्रकार संतप्त प्रतिक्रिया व्यक्त की कि अध्यादेशके माध्यमसे हिंदुओंकी धार्मिक भावनाको आहत करनेका शासनका यह षडयंत्र अत्यंत अनुचित है । शासनको इसके परिणाम भुगतने ही पडेंगे ।
स्त्रोत : सनातन प्रभात