Menu Close

मंदिर अधिग्रहणके विरोधमें हिंदुओंको लडनेकी आवश्यकता ! – पी.पी.एस्. नायर

आषाढ कृ. ७, कलियुग वर्ष ५११४

PPS Nair, Member, Keraliya Kshetra Paripalan Samiti addressing the Convention

पी.पी.एस्. नायर, केरलीय क्षेत्र परिपालन समिति

प्रस्तावना

मंदिर सरकारीकरण यह हिंदु धर्मपर बडा आक्रमण है । अनेक बार आंदोलन एवं निवेदन देनेके उपरांत भी विधर्मी सरकार हिंदुओंकी भावनाओंको पैरोंतले रौंदनेका महापाप कर रही है । इसीलिए समस्त हिंदुओं अर्थात प्रत्येक हिंदुत्वनिष्ठको अपने विचारोंसे इस अन्यायके विरोधमें लडनेका आवाहन किया गया है ।

मंदिर अधिग्रहणके विरोधमें हिंदुओंको लडनेकी आवश्यकता ! – पी.पी.एस्. नायर, केरलीय क्षेत्र परिपालन समिति

केरलीय क्षेत्र परिपालन समितिके मुंबईके सदस्य पी.पी. एस्. नायरने कहा, ‘‘हिंदु संस्कृति एवं धर्मपर वर्ष १९४७ से पूर्वतक विदेशियोंके आक्रमण हो रहे थे; परंतु स्वतंत्रताके उपरांत स्वदेशियोंके आक्रमण आरंभ हो गए । उनमेंसे एक आक्रमण है मंदिर सरकारीकरण कानून । यह कानून लानेके लिए वर्ष २००४ में प्रयास आरंभ हो गए थे । तदुपरांत हिंदुओंके निरंतर विरोधके कारण, इस कानूनको सरकारने एक ओर रख दिया । अब मंदिरोंमें बढती चोरियोंकी पार्श्वभूमिपर शासन पुन: हिंदुओंके मंदिर अपने नियंत्रणमें लेनेकी तैयारी कर रहा है । इस माध्यमसे मंदिर अपने नियंत्रणमें लेकर हिंदु संस्कृतिका नाश करनेवालोंके विरोधमें हिंदुओंको लढनेकी आवश्यकता है ।’’

Related News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *