मार्गशीर्ष कृष्ण १४ / अमावस्या , कलियुग वर्ष ५११५
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श्री. झेंडे (दाहिनी ओर) को अभिनंदन पत्र देते श्री. शिवाजी वटकर
मुंबई (वार्ता.) – जिनेवा स्थित `विश्व स्वास्थ्य संगठन’ के परिषदमें विविध देशोंके प्रारूप वितरित किए गए थे । उस समय भारतके प्रारूपसे जम्मू तथा कश्मीर प्रदेश संपूर्णतया हटाया गया था । वह देखनेके पश्चात मुंबई स्थित हाफकिन जीव-औषधि महामंडलके कार्यकारी संचालक श्री. संभाजी झेंडेने संबंधित व्यक्तियोंको यह चूक दिखाकर उसे सुधारनेको बताया । भारतके विदेश मंत्रालयको भी सूचित किया है । उस संदर्भमें हिंदू जनजागृति समितिकी ओरसे श्री. शिवाजी वटकरने उनसे भेंट कर उनका अभिनंदन किया । अभिनंदन पत्र तथा `हिंदू राष्ट्र क्यों चाहिए ?’, यह ग्रंथ देकर इस विषयमें दैनिक सनातन प्रभातमें २३ नवंबरको छपा समाचार दिखाया । श्री. झेंडेने यह वृत्त एवं अभिनंदन पत्र पढकर प्रसन्नता व्यक्त की । इस अवसरपर जनजागृति समितिके श्री. प्रसाद मानकर तथा कु. भक्ति दलवी भी उपस्थित थे ।
हिंदू जनजागृति समितिकी ओरसे श्री. शिवाजी वटकरने ‘अखंड भारत अभियान’ मुहिमके अंतर्गत `बी ऐण्ड आर ऑटोमेशन’, ‘गुगल अॅनालिटिकल्स’, ‘यु.एस. डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट्स’, ‘शिव अॅनालिटिक्स प्रा. लि.’, ‘द बोर्ड ऑफ क्रिकेट कंट्रोल इन इंडिया’, ‘महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक तथा उच्च माध्यमिक शिक्षा मंडल’ आदिद्वारा भारतके प्रारूपके विकृतीकरणके विरोधमें प्राप्त यशके संदर्भमें जानकारी दी । साथ ही समितिद्वारा किए जानेवाले राष्ट्र तथा धर्मके विषयमें कार्यकी विस्तृत जानकारी दी । किसीको तो यह कार्य निरंतर आरंभ रखनेकी आवश्यकता है, ऐसा श्री. झेंडेने कहा ।
हिंदू जनजागृति समिति प्रशासनसे उनके अभिनंदनका प्रस्ताव सम्मत कर लेनेके विषयमें तथा विश्व आरोग्य संगठनके परिषदसे भी पत्र व्यवहार करेगी, ऐसा उन्हें बताया गया ।
हिंदू जनजागृति समितिकी ओरसे भारतके प्रारूपका विकृतीकरण करनेवाले विश्व स्वास्थ्य आरोग्य संगठनके विरुद्ध परिवाद !
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विश्व स्वास्थ्य संगठनके http://www.who.int/countries/ind/en/ संकेत स्थलपर दिखाए गए भारतके प्रारूपसे जम्मू एवं कश्मीर क्षेत्र पूर्णतया हटाया गया है तथा अंडमान-निकोबार तथा लक्षद्वीप भारतमें नहीं दिखाए गए हैं । इस विषयमें श्री. शिवाजी वटकरने उनके देहली स्थित तथा जिनेवाके कार्यालयमें तथा साईबर क्राईम मुंबई, केंद्रीय गृहमंत्री तथा ‘सर्वेयर जनरल ऑफ इंडिया’ को परिवाद पत्र भेजा है ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात