मार्गशीर्ष शुक्ल १ , कलियुग वर्ष ५११५
भाग्यनगर- पूरी पीठाधीश्वर श्रीमद्जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती का आंध्र प्रदेश के भाग्यनगर में २९ नवम्बर २०१३ और ३० नवम्बर २०१३ को दो दिवसीय वास्तव्य तथा मार्गदर्शन था l भाग्यनगर के मनिकोंडा में उनके ओडिशा मूल के एक भक्त के घर पर दर्शन और मार्गदर्शन था l
स्थानिक हिन्दुओ का प्रश्नों का उत्तर देते हुए शंकराचार्यजी ने धर्मं पालन की महत्वता, पाश्चात्य शिक्षण पद्दति का हिन्दुओ पर प्रभाव, आधुनिक विज्ञान की दिशाहीन स्थिति, महिलाओ का समाज निर्माण कार्य में सहभाग और संस्कृत भाषा की महत्वता आदि विषयो पर मार्गदर्शन किया l
मार्गदर्शन के उपरांत सनातन साधको के बारे पूछते हुए शंकराचार्यजी ने साधको को खोली में बुलाकर प्रसाद के साथ आशीर्वाद दिया l साधको ने प्रसाद गृहण करने के उपरांत शंकराचार्यजी ने साधको के बारे में फिर से पूछते हुए अंत में अपने शिष्य के हाथ से प्रसाद भेजा l
शंकराचार्यजी ३० नवम्बर रात ९ बजे नागवल्ली ट्रेन से आंध्र प्रदेश के राजमंडरी जिल्ले को निकले l वहा उनका ३ दिन का वास्तव्य रहेगा l राजमंडरी से अंत में ३ डीसेंबर को विसाखापट्टणम् जायेंगे, यहाँ उनका आंध्र प्रदेश दौरा समाप्त होगा !